प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए भारत के विजन पर काम कर रहे मोदी सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का साफ कहना है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देखे उस सपने को साकार करना है जब देश में हवाई चप्पल पहनने वाला एक आम आदमी भी हवाई जहाज में उड़ान भरता दिखेगा,असल में तब भारत की प्रगति मानी जाएगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उड्डयन के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा आम आदमी की पहुंच हो इसके लिए काम किया जा रहा है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि,देश के ज्यादा से ज्यादा शहरों को एयरपोर्ट टर्मिनल के साथ जोड़ने का प्रयास है, इसको लेकर तेजी से कार्य भी चल रहा। सिंधिया ने एविएशन सेक्टर में तेजी से हो रहे बदलाव की नीतियों के बारे में विस्तार से बातचीत की।
30 दिसंबर को अयोध्या में बने भव्य अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उध्दाटन पीएम मोदी के हाथों होना है जिसको लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि,हम जल्द उत्तर प्रदेश को 5 नए एयरपोर्ट देने जा रहे है,और हमारा प्रयास है कि कम समय में ये बनकर तैयार होंगें ये सभी नए अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट होंगे उड्डयन क्षेत्र में मोदी सरकार में अब बदलाव का दौर चल रहा है।
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हवाई अड्डों की बढ़ती संख्या से विश्व में एविएशन हब बनेंगे…
इस आधुनिक समय में बुनियादी सुविधाओं में हवाई अड्डे भी आज का एक बुनियादी जरुरत है, उड्डयन मंत्रालय देश में 9,800 करोड़ की लागत से 21 शहरों में नए हवाई अड्डे के साथ जोड़ने जा रही है,अभी पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री मोदी ने सूरत,उदयपुर,जोधपुर,हीरासर,पोर्टब्लेयर में नए एयरपोर्ट टर्मिनल का उध्दाटन और नए हवाई अड्डे के निर्माण का शिलान्यास भी किया था,इनमें से 14 नए एयरपोर्ट टर्मिनल का निर्माण जल्द पूरा होगा और प्रधानमंत्री के हाथों उसका उध्दाटन होना है, देश में बढ़ रहे अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट की संख्या से हम एविएशन हब बनेंगे,इस योजना में एयर इंडिया और इंडिगो भी काम कर रही है। इस पर हम विस्तृत ढंग से कई मंत्रालयों के साथ मिलकर काम कर रहे है।
हर तरह की सुविधा का ख्याल रखा जाएगा: एयर इंडिया…
एयर इंडिया में तेज रफ्तार से बदलाव के लिए कंपनियां ज्यादा से ज्यादा विमान खरीद रही हैं,पहले इसी एयर इंडिया को 600 करोड़ रुपए का घाटा हर महीने होता था उसका भी असर है, टाटा की दो विमान कंपनी का विलय भी हो रहा है,सवाल ये भी है की यात्रियों की सुविधाओं को लेकर जो कुछ समस्या है,हम उसको बेहतर करेंगे ताकि यात्रियों को किसी भी दिक्कत का सामना ना करना पड़े, अगर यात्री को बुरा अनुभव होता है तो वो कंपनी की सर्विस पर बड़ी चोट है,
सभी यात्री को उनकी पसंदीदा सीट मिले कंपनी को इस पर ख्याल करना होगा। हवाई जहाज के संचालन में सबसे ज्यादा खर्च ईंधन का होता है और कोविड के बाद हवाई ईंधन 3 गुना बढ़ चुका है और हवाई जहाजों की मांग भी बढ़ी है.केंद्र सरकार के उड्ढयन मंत्रालय की तरफ से उठाए जा रहे ये सभी कदम बहुत महत्तवपूर्ण साबित होंगे और 2030 तक दुनिया को भारत एयर एविएशन हब बनता दिखेगा।