Basti News: बस्ती में सड़क, बिजली सहित बुनियादी समस्याओं को लेकर कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन राज्यपाल को संबोधित करते हुए नायब तहसीलदार को सौंपा। इस मौके पर पूर्व विधायक अंबिका सिंह ने कहा कि सरकार खुद के द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार भी बिजली नहीं दे पा रही है। कागजी घोषणा से जनता को राहत नहीं मिलने वाली है। जमीनी स्तर पर आकर पहले समस्याओं को समझना होगा और उसके बाद उसका ठोस समाधान निकालना होगा।
जिलाध्यक्ष का आरोप: अफसरों की सुनते हैं मुख्यमंत्री
जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि मुख्यमंत्री जनता की नहीं, अफसरों की बातें ज्यादा सुन रहे हैं, इसीलिए समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं और जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है। उन्होंने कहा कि किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं और आम आदमी की रातों की नींद हराम हो चुकी है। जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यदि समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी आने वाले दिनों में अपना प्रदर्शन और भी ज्यादा उग्र करेगी।
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बिजली कटौती से जनजीवन प्रभावित
बस्ती जनपद में बिजली की कटौती से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। अघोषित कटौती, लो वोल्टेज और हाई वोल्टेज से लाखों के उपकरण जलकर नष्ट हो गए हैं, जिससे उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है। भीषण उमस से लोग परेशान हैं और घंटों बिजली गुल रहती है। स्थानीय फाल्ट ठीक करने में काफी समय लग रहा है। मालवीय रोड की हालत वर्षों से खराब है। रेलवे स्टेशन से लेकर सुबाष तिराहे तक करीब 5 किलोमीटर सड़क में हजारों गड्ढे हैं। सड़क के बीच बने डिवाइडर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और 60 फीसदी रोड लाइटें नहीं जल रही हैं।
बेतरतीब तारों और सफाई व्यवस्था का मुद्दा
जिलाध्यक्ष ने कहा कि मोहल्लों में बांस बल्लियों पर लटके बिजली के तार मकड़ी के जाल जैसे उलझे हैं, जो पैदल या बाइकसवारों को छूकर निकलते हैं। मोहल्लों में साफ-सफाई का भी बुरा हाल है। राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में बिजली कटौती रोकने और घोषणा के मुताबिक शहर व गांव को बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कराने, मालवीय मार्ग को गड्ढामुक्त करने, मोहल्लों में बिजली के बेतरतीब तारों को व्यवस्थित कर खंभों से सप्लाई देने, मोहल्लों की साफ-सफाई नियमित सुनिश्चित करने, और शहरी क्षेत्र की सड़कों पर पथ प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने की मांग की गई है।
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विपक्ष ही नहीं, पक्ष भी परेशान
बिजली कटौती से सिर्फ कांग्रेस के नेता ही नहीं, बल्कि भाजपा के नेता भी परेशान हैं। पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी और भाजपा विधायक अजय सिंह ने भी ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखकर रोस्टर के हिसाब से लाइट काटने का अनुरोध किया है। बिजली कटौती के मुद्दे को लेकर आम जनता की समस्या को देखते हुए अब पक्ष और विपक्ष दोनों के ही नेता उनकी आवाज बनकर शासन तक पहुंचा रहे हैं, जिसका निश्चित तौर पर फायदा आम लोगों को होता दिख रहा है।
बिजली और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी जनता के जीवन को कठिन बना रही है। विपक्ष का विरोध प्रदर्शन और सत्ता पक्ष की समस्या से परेशान होना दर्शाता है कि इन मुद्दों को जल्द से जल्द हल करना आवश्यक है। जनता की समस्याओं का समाधान केवल राजनीतिक बयानबाजी से नहीं होगा, बल्कि ठोस और प्रभावी कदम उठाने से होगा। उम्मीद है कि सरकार जल्द ही इन समस्याओं का समाधान करेगी और जनता को राहत मिलेगी।