Madhabi Buch: कांग्रेस ने एक बार फिर से सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर हमला बोलते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने दावा किया है कि माधबी बुच ने अपने कार्यकाल के दौरान लिस्टेड कंपनियों में ट्रेडिंग की, जो कि नियमों का सीधा उल्लंघन है। साथ ही, रमेश ने उन पर चाइनीज फंड्स में निवेश का भी आरोप लगाया, खासकर ऐसे समय में जब भारत चीन के साथ सीमा तनाव का सामना कर रहा है।
जयराम रमेश ने लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को एक प्रेस बयान में कहा कि माधबी बुच ने सेबी की पूर्णकालिक सदस्य और बाद में अध्यक्ष रहते हुए लिस्टेड कंपनियों में 36.9 करोड़ रुपये की ट्रेडिंग की। कांग्रेस पार्टी का यह आरोप उस समय आया है जब माधबी बुच ने एक दिन पहले अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उन्होंने सेबी के सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया है। उन्होंने कहा कि महिंद्रा समूह जैसी कंपनियों के साथ काम करते समय भी उन्होंने दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन किया है। इसके साथ ही माधबी बुच ने आरोपों को झूठा और दुर्भावनापूर्ण बताते हुए खारिज किया था। लेकिन कांग्रेस इस मामले में लगातार उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए है।
Read more: Nigeria: खेतों पर जा रहे किसानों की नाव नदी में पलटी, 64 की मौत
संयुक्त बयान में दी सफाई
माधबी बुच और उनके पति धवल बुच ने एक संयुक्त बयान जारी कर कांग्रेस के आरोपों का खंडन किया। बयान में कहा गया कि माधबी बुच ने सेबी की पूर्णकालिक सदस्य रहते हुए अपने पिछले नियोक्ता आईसीआईसीआई बैंक से भुगतान प्राप्त करने के आरोपों पर भी सफाई दी। बयान के अनुसार, माधबी बुच ने कभी भी अगोरा एडवाइजरी और अगोरा पार्टनर्स से जुड़ी किसी भी फाइल को नहीं देखा। ये वे सलाहकार कंपनियां हैं जिनमें उनकी 99 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और सेबी में शामिल होने के बाद भी वे उनसे आय प्राप्त करती रहीं। संयुक्त बयान में दावा किया गया कि सेबी में अपनी नियुक्ति के बाद भी माधबी बुच ने नियमों का पूरा पालन किया और कोई भी कार्रवाई दिशा-निर्देशों का उल्लंघन नहीं थी। उन्होंने कहा कि सभी आरोप निराधार हैं और यह केवल उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाने का प्रयास है।
Read more: AIMC की 40वीं वर्षगांठ पर बोले राहुल गांधी-महिला आरक्षण अधिनियम से मिलेगी नई दिशा
कांग्रेस: ‘नियमों का उल्लंघन और सत्ता का किया दुरुपयोग’
कांग्रेस पार्टी ने पहले भी माधबी बुच पर सत्ता के दुरुपयोग और निजी लाभ कमाने के आरोप लगाए थे। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि माधबी बुच ने सत्ता का दुरुपयोग कर निजी लाभ कमाने के लिए नियमों को तोड़ा। उनका दावा है कि बुच के खिलाफ ये आरोप पिछले 2 सितंबर से लगातार उजागर हो रहे हैं, जिनसे यह साबित होता है कि उन्होंने देश के लोगों को धोखा दिया। पवन खेड़ा ने यह भी आरोप लगाया कि माधबी बुच ने न केवल सेबी प्रमुख के पद का दुरुपयोग किया, बल्कि इसके माध्यम से निजी स्तर पर अनुचित लाभ भी कमाया। कांग्रेस का कहना है कि यह मामला सिर्फ आर्थिक अनियमितता का नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा और सम्मान का भी है, क्योंकि माधबी बुच पर चाइनीज फंड्स में निवेश का भी आरोप है।
Read more: Prayagraj: लखनऊ से प्रयागराज आई रोडवेज बस में पुलिस इंस्पेक्टर का शव मिलने से मचा हड़कंप
सेबी की साख पर उठ रहे सवाल
यह मामला काफी गंभीर है क्योंकि यह देश की सर्वोच्च वित्तीय नियामक संस्था सेबी से जुड़ा हुआ है। अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो इससे सेबी की निष्पक्षता और साख पर बड़ा सवाल खड़ा होता है। एक ओर जहाँ माधबी बुच अपने बचाव में सभी दिशा-निर्देशों के पालन का दावा कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का आरोप है कि उन्होंने न केवल आर्थिक अनियमितता की बल्कि सत्ता का दुरुपयोग भी किया। कांग्रेस के इन आरोपों ने वित्तीय जगत में नई बहस छेड़ दी है और अगर इनका ठोस सबूतों के साथ समर्थन किया जाता है, तो यह मामला और भी तूल पकड़ सकता है। इस मामले में निष्पक्ष जाँच की जरूरत है ताकि सच्चाई सामने आ सके और देश के नागरिकों का विश्वास वित्तीय संस्थाओं पर कायम रहे।
Read more: Meerut House Collapse: नींव थी कमजोर, ढह गया मकान….मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 10