Coaching Center Incident: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस कोचिंग सेंटर (Coaching Centre ) के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत के बाद पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इन दोनों आरोपियों समेत बिल्डिंग मैनेजमेंट, ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल करने वाले निगमकर्मियों और अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। बीएनएस की धारा 105, 106 (1), 115 (2), 290 और 3 (5) के तहत केस दर्ज किया गया है, जो गैर जमानती हैं और इनमें अधिकतम 10 साल की सजा का प्रावधान है।
कोचिंग सेंटर सील, नमूने जांच के लिए भेजे
रविवार को एफएसएल की टीम ने घंटों कोचिंग सेंटर से नमूने जुटाए, जिन्हें जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। पुलिस ने कोचिंग सेंटर को सील कर दिया है और अभी इसे संचालित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मृतकों की पहचान नेविन डाल्विन (केरल), श्रेया यादव (उत्तर प्रदेश), और तान्या सोनी (तेलंगाना) के रूप में की गई है। ये सभी छात्र राजेंद्र नगर में पीजी में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।
प्रशासन की भूमिका की जांच
विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव ने बताया कि पोस्टमॉर्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में पानी में डूबने से छात्रों के मरने की पुष्टि हुई है। राव आईएएस कोचिंग सेंटर किराये की बिल्डिंग में चल रहा था, जो 2021 में बनी थी। इस बिल्डिंग के चार मालिक- सरवजीत, तेजिंदर, हरविंदर, और परमिंदर हैं, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है। फायर विभाग और नगर निगम ने इस बिल्डिंग के बेसमेंट में केवल स्टोर बनाने की अनुमति दी थी, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर कोचिंग संचालक ने वहां लाइब्रेरी बना दी थी।
Read more: Delhi Coaching Centre हादसे के बाद प्रशासन हरकत में, आज से शुरू होगा MCD का बुलडोजर एक्शन
छात्रों का विरोध प्रदर्शन
घटना के बाद ओल्ड राजेंद्र नगर में हजारों छात्र इकट्ठा होकर सरकार, पुलिस और निगम के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। छात्रों के गुस्से को देखते हुए ओल्ड राजेंद्र नगर में भारी संख्या में अर्धसैनिक बल और पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी शनिवार रात से ही वहां डेरा डाले हुए थे। उत्तरी रेंज के दोनों जिलों के सभी एसीपी और इंस्पेक्टरों को हालात को काबू करने के लिए मौके पर बुला लिया गया था।
अवैध लाइब्रेरियों का खुलासा
ओल्ड राजेंद्र नगर में करीब 100 से अधिक छोटे-बड़े कोचिंग सेंटर हैं, जिनमें से अधिकांश ने अपनी बिल्डिंग के बेसमेंट में अवैध रूप से लाइब्रेरियां बना रखी हैं। उस इलाके में तेज वर्षा होने पर हर बार मुख्य सड़क पर तीन से पांच फीट तक पानी जमा हो जाता है। बारिश के समय जलभराव के कारण कुछ कोचिंग सेंटर प्रबंधक छात्रों को बेसमेंट में जाने से रोक देते हैं। शनिवार को तेज वर्षा के कारण सड़क पर करीब पांच फीट पानी भर गया था, उसी दौरान राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में करीब 30-35 छात्र पढ़ाई कर रहे थे।
यह घटना प्रशासन और कोचिंग सेंटर संचालकों की घोर लापरवाही को उजागर करती है। जहां एक ओर प्रशासन को जलभराव की समस्या से निपटने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए, वहीं कोचिंग सेंटर संचालकों को भी सुरक्षा मानकों का पालन करना चाहिए। छात्रों की सुरक्षा से खिलवाड़ करना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस मामले में दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।