Lucknow News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के चौथे स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए।इस दौरान सीएम योगी के साथ कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक और मयंकेश्वर शरण सिंह भी मौजूद रहें।कार्यक्रम की शुरआत में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने वहां आए डॉक्टरों और चिकित्सा जगत के कई गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि,आज हम सभी लोहिया संस्थान का स्थापना दिवस मना रहे हैं यह सच है कि,केजीएमयू बहुत पुराना मेडिकल कॉलेज है देशभर में केजीएमयू के डॉक्टर्स हैं पीजीआई से बेहतर कोई नहीं है विश्व स्तर पर पीजीआई ने अपनी पहचान बनाई है जबकि लोहिया संस्थान ने बहुत कम समय में अपना अस्तित्व बनाया है।
Read More:Aligarh:CM योगी के आदेश को ठेंगा दिखाते आलाधिकारी,बिजली-पानी की समस्या से स्थानीय परेशान
राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का चौथा स्थापना दिवस
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि,विश्व स्तर पर सबसे पहली प्राथमिकता लोगों की पीजीआई होती है और दूसरी प्राथमिकता लोहिया संस्थान की होती है यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।हालांकि संस्थान में जगह की कमी है अगर और भी जगह उपलब्ध हो जाए तो यह संस्थान तेजी से बढ़ेगा ब्रजेश पाठक ने कहा,इसके लिए मैंने चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव व मुख्यमंत्री से आग्रह किया है।
सीएम योगी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक रहें मौजूद
राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के चौथे स्थापना दिवस समारोह में सीएम योगी ने कार्यक्रम में मौजूद सीनियर डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कहा,अनुभव वाले डॉक्टर मरीज को देखकर समझ जाते हैं किसको कौन सी बीमारी है?क्या समस्या है?सीएम योगी ने इसके साथ ही अपनी एक तकलीफ के बारे में बताया और कहा कि,यह मेरा अनुभव है विशेषज्ञ डॉक्टर को कहने की आवश्यकता नहीं पड़ती है मैं कई सालों से हाथ में दर्द की समस्या को झेल रहा था लेकिन हफ्ते भर पहले एक डॉक्टर ने सिर्फ 30 सेकेंड में दर्द को ठीक कर दिया सीएम योगी ने कहा कभी-कभी हमें ट्रेडिशनल मेडिसिन पर भी विश्वास करना चाहिए।
सीएम योगी ने डॉक्टर्स से साझा किया अपना अनुभव
सीएम योगी ने डॉक्टर्स को अपना अनुभव बताते हुए कहा कि,एक लंबे अर्से से आपने मेरे हाथ में कभी प्लास्टर तो कभी गर्म पट्टी देखा होगा सभी के मन में सवाल होता था कि,आखिरकार सीएम योगी के हाथ में प्लास्टर या गर्म पट्टी क्यों बंधी है? मैंने दो साल पहले एक संस्थान में जाकर ऑपरेशन कराया फिर से यह समस्या पैदा हो गई चोट ठीक नहीं होने के कारण मुझे समस्याएं भी हो रही थी लेकिन हफ्ते भर पहले मैं गोरखपुर गया था वहां एक डॉक्टर मुझसे मिलने आए उन्होंने मुझसे कहा कि,सर यह पट्टी आपके हाथ में अच्छी नहीं लगती।
आप कहिए तो इसे मैं देखूं और बोला कि, सर मैं आपके हाथ को ठीक कर सकता हूं अगर आप मुझे आज्ञा दें तो मैं इसका ट्रीटमेंट शुरू करूं फिर मैंने उनसे पूछा कितना खर्चा लगेगा तो उन्होंने कहा….मैं बस आपके साथ एक सेल्फी लूंगा उन्होंने मेरा ट्रीटमेंट किया और केवल आधे मिनट में मेरा हाथ ठीक हो गया इसलिए कभी-कभी हमें ट्रेडिशनल मेडिसिन पर भी विश्वास करना चाहिए।
CM ने बढ़ाया डॉक्टरों का हौसला
सीएम योगी ने डॉक्टर्स का उत्साहवर्धन करते हुए कहा, अगर मरीज अपने डॉक्टर के ऊपर विश्वास नहीं रखेगा तो वह जल्दी ठीक भी नहीं हो पाएगा अनुभवी डॉक्टर सिर्फ एक बार मरीज को देखकर ही पहचान जाते हैं कि मरीज को आखिर क्या समस्या है?उसके लक्षण सुनकर बता देते हैं उसे क्या बीमारी है इसलिए जरूरी है डॉक्टरों को जितना हो सके उतना अनुभव ग्रहण करें किसी भी क्षेत्र में अगर आगे बढ़ना है तो अनुभव होना बहुत जरूरी है।