Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ऊर्जा विभाग में खामियों के लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की बैठक में उन्होंने विभाग की ओर से दी गई जानकारियों को लेकर चर्चा की और अधिकारियों को बिजली कटौती पर दिशा-निर्देश दिए.सीएम योगी ने कहा कि,बिजली का बिल समय से जमा कराने के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने का कार्य करना अत्यंत जरूरी है जिस तरह से लोग मोबाइल का बिल नियत समय पर जमा करते हैं उसी प्रकार बिजली का बिल भी तय समय पर जमा कराने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाए.सीएम ने कहा,इसके लिए विभाग एक सुदृढ़ मैकेनिज्म तैयार करे साथ ही प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने पर विशेष जोर दिया और कहा….जनता को इसके लिए तैयार किया जाए स्मार्ट मीटर बदलते युग में आज की आवश्यकता है।
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बिजली कटौती को लेकर दिए दिशा-निर्देश
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि,बिजली का बिल सही समय पर और बिना गड़बड़ी के हर उपभोक्ता के घरों तक पहुंचना चाहिए.मीटर रीडर को इसके लिए जवाबदेह बनाना बहुत जरूरी है. उपभोक्ताओं को ओटीएस के बारे में जागरूक करें ताकि बकाया बिजली के बिल को जमा करने में मिलने वाली सहूलियत के बारे में उसे अच्छी तरह से पता हो.मुख्यमंत्री ने कहा….बिजली बिल के नाम पर उपभोक्ताओं को किसी भी सूरत में परेशान न किया जाए मेंटेंनेंस के कारण अगर बिजली कटौती की जाती है तो कब और कितनी देर तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी इसकी पूर्व सूचना उपभोक्ताओं को देना जरूरी है इसके लिए सोशल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें।
“2 साल में 30 लाख बिजली के कनेक्शन बढ़े”
मुख्यमंत्री ने कहा…स्मार्ट मीटर की कवायद को तेजी से आगे बढ़ाया जाए.ईज ऑफ लिविंग के लिए ये बहुत जरूरी है जिससे सच्चे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी.अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया….प्रदेश में बिजली सप्लाई के घंटों में बढ़ोतरी हुई है.भीषण गर्मी के बावजूद और केवल लोकल फॉल्ट को छोड़ दें तो बीते 15 मार्च से सरकार 24 घंटे बिजली सप्लाई देने में सफल रही है.प्रदेश में कहीं भी बिजली की कमी नहीं हुई है।अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में 3.45 करोड़ बिजली कनेक्शन है.वहीं 2 साल में 30 लाख कनेक्शन बढ़े हैं 2024 में अब तक 70 हजार करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है जो पिछले साल की तुलना में 17 प्रतिशत अधिक है…..इसके अलावा कंज्यूमर टर्नअप शहरी इलाकों में करीब 92 प्रतिशत तो ग्रामीण इलाकों में 51 प्रतिशत है।
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भीषण गर्मी में बढ़ी बिजली की भारी डिमांड
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि,प्रदेश में बिजली बिल का 40 प्रतिशत हिस्सा ऑनलाइन,32 प्रतिशत काउंटर से और 30 प्रतिशत अलग-अलग ई-वॉलेट के माध्यम से प्राप्त हो रहा है.ऑनलाइन सेवाओं को सुदृढ़ करते हुए लोड बढ़ाने से लेकर नाम,पता बदलने तक की सुविधा ऐप के माध्यम से दी जा रही है साथ ही बिजली का बिल जमा करने के लिए प्रतिमाह औसतन 7 एसएमएस भी भेजे जाते हैं।सीएम योगी ने कहा,अक्टूबर-नवंबर 2023 में मेंटेनेंस माह मनाया गया, जिसके अच्छे परिणाम मिले हैं.प्रदेश में अप्रैल, मई और जून माह में बिजली की एवरेज मांग में बढ़ोतरी हुई है.गर्मी के मौसम में सामान्य दिनों में भी 27 से 28 हजार मेगावॉट की डिमांड होती है जबकि इन दिनों पड़ी भीषण गर्मी में मांग 33 से 35 हजार मेगावॉट तक पहुंच गई है बरसात के बाद इसमें कमी आने की उम्मीद है।
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कई जिलों में शुरु होने जा रही बड़ी परियोजनाएं
बैठक में अधिकारियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को बताया कि,प्रदेश में 5255 मेगावाट की 10 यूनिट्स को लगाने का कार्य तेज गति से चल रहा है.इसके अलावा 5120 मेगावाट की 3 बड़ी परियोजनाएं ओबरा डी, अनपरा ई और मेजा द्वितीय पर भी काम जारी है.प्रदेश में बिजली के ट्रांसमिशन लॉस को न्यूनतम स्थिति में पहुंचाते हुए 3 प्रतिशत पर लाने का कार्य हुआ है.प्रदेश में नोएडा, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, कानपुर और लखनऊ में विभाग की कई बड़ी परियोजनाएं शुरू होने जा रही हैं.इसके अलावा प्रधानमंत्री सूर्यघर परियोजना के प्रथम चरण में देश में 1 करोड़ जबकि यूपी में 25 लाख सोलर रूफ टॉप लगने हैं.इसके लिए अब तक 16 लाख 97 हजार रजिस्ट्रेशन का कार्य पूरा हो चुका है.पीएम सूर्य घर योजना को तेज गति से अमल में लाया जाए।