Kargil Vijay Diwas 2023: आज देशभर में कालगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है । ऐसे में देहरादून में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर ‘श्रद्धांजलि समारोह’ का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम धामी ने कारगिल में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। इसके साथ ही सभा को संबोधित करते किया है । इस दौरान ‘श्रद्धांजलि समारोह’ में शामिल होने पहुंचे शहीदों के परिजन भावुक हो गये।
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‘श्रद्धांजलि समारोह’ में शामिल हुए सीएम धामी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा है कि, ”आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शौर्य स्थल में आयोजित इस सम्मान कार्यक्रम में मैं कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को नमन करता हूं और यहां उपस्थित सभी वीर नारियों को प्रणाम करता हूं। कारगिल युद्ध में हमारे भारतीय जवानों ने शौर्य और वीरता का परिचय देते हुए दुश्मनों के कब्जे वाली चोटियों को फिर से अपने कब्जे में लिया। इस पराक्रम की गाथा लिखने वाले मां भारती के वीर जवानों को नमन करता हूं।”
कारगिल युद्ध में जवानों ने दी पराक्रम की नई परिभाषा – सीएम धामी
इसके आगे बोलते सीएम धामी ने कहा है कि, ”कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने पराक्रम की नई परिभाषा लिखी। अपने अदम्य साहस के दम पर वह कर दिखाया जो कोई सेना नहीं कर पाई। यह दिखाया कि कोई दुश्मन हमारी तरफ आंख उठाकर नहीं देख सकता। इस दौरान उन्होंने हरबर्टपुर और डीडीहाट में सैनिक कल्याण कार्यालय खोलने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने सैनिक कल्याण विभाग और जिला प्रशासन को शहीद स्मारकों की देखरेख करने के निर्देश दिए।”
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जवानों के त्याग एवं बलिदान के कारण ही राष्ट्र की सीमाएं सुरक्षित : राज्यपाल
इसके अलावा ‘श्रद्धांजलि समारोह’ में हिस्सा लेने पहुंचे राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने देश के रक्षा पर शहादत देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि, ” कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने अदम्य साहस, शौर्य और रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन किया था। इस विजय अभियान में भारतीय सेना के कई शूरवीरों ने देश के लिए अपना बलिदान दिया, जिसमें उत्तराखंड के कई वीर सैनिक भी शामिल थे। भारत की सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से हमेशा देश का गौरव बढ़ाया है जिस पर हम सभी को गर्व है। शौर्य दिवस देश की सुरक्षा के लिए सीमा पर तैनात वीर सैनिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन भी है। इन वीर जवानों के त्याग एवं बलिदान के कारण ही राष्ट्र की सीमाएं सुरक्षित हैं।”