Canada Hindu Temple Attack: कनाडा (Canada) में दो मंदिरों में हंगामा और हाथापाई की घटनाएं हुईं. टोरंटो के ब्रैम्पटन स्थित हिंदू सभा मंदिर (Hindu Sabha Mandir) परिसर में कुछ लोग घुसकर मारपीट करने लगे, जबकि बैंकूवर में सर्दी के मौसम में हिंदू मंदिर के बाहर भी बवाल हुआ. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पीएम मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की थी. अब पंजाब के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने हिंदू मंदिर पर हुए हमले की निंदा की है. उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए वह कनाडा सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठाए.
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मंदिर पर हमले को लेकर सीएम मान की प्रतिक्रिया
बताते चले कि, रविवार को ब्रैम्पटन के एक हिंदू मंदिर में खालिस्तान समर्थक झंडों के साथ प्रदर्शनकारियों की स्थानीय लोगों से झड़प हो गई थी. इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिनमें प्रदर्शनकारी खालिस्तान के समर्थन में बैनर पकड़े दिखाई दिए.
इस मुद्दे पर बठिंडा में बोलते हुए सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने कहा, ‘मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं. मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि इस मामले पर कनाडा सरकार से बात की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.’ मान ने यह भी कहा कि पंजाब के कई लोग कनाडा को अपना दूसरा घर मानते हैं, और वहां इस प्रकार की हिंसक घटनाएं किसी के लिए भी चिंता का विषय हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वहां की स्थिरता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है.
भारत सरकार ने जताई चिंता
आपको बता दे कि, इस घटना पर भारत सरकार ने भी अपनी गहरी चिंता जताई है. ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोमवार को एक बयान जारी कर इस हमले की कड़ी निंदा की और इसे भारत विरोधी तत्वों द्वारा किया गया बताया. भारत ने कनाडा में अपने नागरिकों की सुरक्षा पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और वहां बसे भारतीय समुदाय की सुरक्षा की मांग की है.
भारत-कनाडा संबंधों में तनाव का मुख्य कारण
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब भारत और कनाडा (Canada) के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं. पिछले साल सितंबर में, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था.
भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए यह कहा कि कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्व बिना रोक-टोक के अपनी गतिविधियाँ अंजाम दे रहे हैं. भारत सरकार ने कनाडा को कई आतंकियों की सूची सौंपी थी, लेकिन कनाडा की ओर से इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. भारत का मानना है कि कनाडा को खालिस्तानी तत्वों की गतिविधियों पर रोक लगानी चाहिए, ताकि दोनों देशों के बीच संबंध सुधर सकें.
खालिस्तानियों की गतिविधियों से भारत के हितों को नुकसान
पिछले कुछ महीनों से कनाडा (Canada) में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा लगातार भारत विरोधी गतिविधियां की जा रही हैं. इन गतिविधियों में हिंदू मंदिरों पर हमले, भारत विरोधी रैलियां और बैनर प्रदर्शन शामिल हैं. भारत ने कनाडा से बार-बार यह आग्रह किया है कि वह खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए. सीएम भगवंत मान ने कनाडा में भारतीय समुदाय और हिंदू मंदिरों की सुरक्षा पर गहरी चिंता व्यक्त की है और केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील की है. उनका मानना है कि ऐसी घटनाओं से न केवल सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ता है, बल्कि दोनों देशों के आपसी संबंधों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.