गाजियाबाद संवाददाता- प्रवीन मिश्रा
गाजियाबाद: गाजियाबाद में तीन भयंकर एक्सीडेंट हुए। एक एक्सीडेंट में युवक की मौत हो गयी। वही एक बेकाबू कार मेडिकल स्टोर में घुस गई। इंदिरापुरम में दो कारो की जबरदस्त भिंड़त हुई। गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र के बंथला चिरोड़ी रोड पर निठोरा गेट के पास एक मोटरसाइकिल बिजली के खंबे से टकरा गई। जिसमें मोटरसाइकिल सवार शकलपुर गांव निवासी अनमोल की मौके पर मौत हो गई।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वही एक हादसा गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद क्षेत्र में हुआ। जिसका हैरान करने वाला सीसीटीवी भी सामने आया है। थाना क्षेत्र की सेवियर सोसाइटी में एक बेकाबू कार मेडिकल स्टोर में घुस गई। गनीमत यह रही कि उस समय मेडिकल स्टोर में कोई था। नहीं तो गंभीर हादसा हो सकता था। सीसीटीवी में दिख रहा है की बेकाबू कार मेडिकल स्टोर में घुस गई।
लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई उसके करीब डेड मिनट बाद ड्राइवर कार को बाहर लेकर निकला। यह घटना गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद के मोहन नगर स्थित सेवियर सोसाइटी में हुई। वहीं गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह 5:00 बजे दो कारों में टक्कर हो गयी। टक्कर इतनी भयानक थी की दोनों कारों के परखच्चे उड़ गए। इसमे घायल लोगो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आतिशबाजी के साइड इफेक्ट आ रहे हैं सामने
रॉकेट से कार में आग लगी समय से उतरकर कार सवारों ने बचाई जान
गाजियाबाद: दिवाली के त्योहार पर हो रही आतिशबाजी से कार में आग लग गई। आग गाजियाबाद के थाना नंदग्राम के राज नगर एक्सटेंशन में वीवीआईपी मॉल के सामने लगी। समय रहते कार सवारों ने कार से उतरकर अपनी जान बचा ली। मॉल में मौजूद आग बुझाने के उपकरणों से आग पर काबू पाया गया।
वीवीआइपी मॉल के बाहर स्विफ्ट डिजायर कार खड़ी थी। दिवाली को लेकर आतिशबाजी चल रही थी। इसी दौरान कहीं से एक रॉकेट आकर कर के कार के बोनट में घुस गया। जिससे कार में आग लग गई। आग तेजी से फैलने लगी। लेकिन गनीमत रही कि कार में सवार लोग समय रहते कार से उतर गए। पुलिस भी मौके पर पहुंची। मॉल में मौजूद आग बुझाने के उपकरणों से आग बुझाई गई।
इस मामले में पुलिस का कहना है की सभी कार सवार सही सलामत है। मामले की जांच की जा रही है। आतिशबाजी को लेकर आग लगने का ही अकेला मामला नहीं है। गाजियाबाद में फैक्ट्री घर आदि में दिए और आतिशबाजी से कई आग लगी। हमेशा दिवाली पर यह कहा जाता है कि पटाखों को खुले और सुरक्षित स्थान से चलाएं जिससे कोई हानि ना हो। उसके बावजूद इस तरह के हादसे सामने आते रहते हैं।