दुनिया भर में 25 दिसंबर को Christmas का त्योहार मनाया जाता है, यह त्योहार खासकर ईसाई समुदाय के लोग इस दिन को विशेष रूप से मनाते हैं।इस दिन प्रभु यीशु के जन्म की खुशी में क्रिसमस ट्री सजाए जाते हैं, प्रभु यीशु के गीत गाए जाते हैं, और प्लम केक का सेवन किया जाता है। कई देशों में क्रिसमस की धूम होती है, लेकिन कुछ देशों में यह त्योहार मनाया नहीं जाता, और कुछ में यह जनवरी में मनाया जाता है।
भारत में भी क्रिसमस के मौके पर विशेष तैयारियाँ की जाती हैं। मॉल, बाजार, कैफे, स्कूलों और ऑफिसों में सजावट की जाती है और रंगीन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। क्रिसमस से एक-दो दिन पहले स्कूलों में कार्यक्रम होते हैं, और झांकी भी सजाई जाती है। सरकारी छुट्टी के रूप में 25 दिसंबर को स्कूल, बैंक, ऑफिसों में छुट्टी होती है।
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कौन से देशों में क्रिसमस नहीं मनाया जाता?
क्रिसमस का त्योहार दुनियाभर में मनाया जाता है, कुछ देशों में यह पूरी तरह से अनुपस्थित रहता है, खासकर उन देशों में जहां मुस्लिम आबादी अधिक है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अफगानिस्तान, लीबिया, पाकिस्तान, सोमालिया, ईरान, उज्बेकिस्तान जैसे देशों में क्रिसमस मनाया नहीं जाता। इन देशों में क्रिसमस का कोई विशेष महत्व नहीं है और यहाँ पर स्कूलों की छुट्टी भी नहीं होती है। ईरान में तो क्रिसमस पर प्रतिबंध भी लगाए गए हैं।
कुछ देशों में जनवरी में मनाया जाता है कुछ देशों में, जैसे रूस और एथियोपिया, क्रिसमस का त्योहार जनवरी में मनाया जाता है। यह विशेष रूप से उन देशों में होता है जो गैर-ग्रेगोरियन कैलेंडर का पालन करते हैं।इस प्रकार, दुनिया भर में क्रिसमस की रौनक और मनाने के तरीके अलग-अलग होते हैं, लेकिन इस दिन को मनाने का उद्देश्य प्रेम, शांति और खुशी फैलाना ही होता है।
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कौन से देश 7 जनवरी को मनाते हैं क्रिसमस?
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि दुनिया भर के सभी देश 25 दिसंबर को क्रिसमस नहीं मनाते हैं। कई देश 7 जनवरी को क्रिसमस मनाते हैं, और यह विशेष रूप से उन देशों में होता है जो जूलियन कैलेंडर का पालन करते हैं।रूस, मिस्र, यूक्रेन, इथियोपिया, जॉर्जिया, मोल्दोवा, सर्बिया, बेलारूस, मैसेडोनिया, मोंटेनेग्रो, और कजाकिस्तान जैसे देशों में क्रिसमस 7 जनवरी को मनाया जाता है। इन देशों में जूलियन कैलेंडर का पालन किया जाता है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर से 13 दिन पीछे है।
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क्रिसमस की डेट में फर्क क्यों आता है?
25 दिसंबर और 7 जनवरी के बीच फर्क की वजह कैलेंडर प्रणाली में अंतर है। ग्रेगोरियन कैलेंडर और जूलियन कैलेंडर के बीच 13 दिनों का अंतर होता है। 1582 में पोप ग्रेगोरी ने ग्रेगोरियन कैलेंडर की शुरुआत की थी, जबकि इससे पहले दुनिया भर में जूलियन कैलेंडर का उपयोग किया जाता था, जिसे जूलियस सीज़र ने 46 ईसा पूर्व में शुरू किया था।
जब इंग्लैंड और कुछ अन्य देशों ने 1752 में ग्रेगोरियन कैलेंडर को अपनाया, तो उसके बाद से 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाने की तारीख तय हुई। लेकिन जिन देशों ने जूलियन कैलेंडर का पालन किया, वे आज भी 7 जनवरी को क्रिसमस मनाते हैं।इस प्रकार, क्रिसमस की तारीख में अंतर मुख्य रूप से कैलेंडर प्रणाली के भेद के कारण आता है।