Chennai News: चेन्नई के मरीना बीच पर भारतीय वायुसेना की 92वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एयर शो (Indian Air Force Air Show) में बुरी तरह से भीड़ उमड़ पड़ी, जिसके चलते दम घुटने से पांच लोगों की मौत हो गई। हादसे में 230 से अधिक लोग घायल हुए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। मरीना बीच पर लाखों लोग इस भव्य एयर शो को देखने के लिए इकट्ठा हुए थे, लेकिन खराब प्रबंधन और भारी भीड़ के चलते स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
Read more; West Bengal: बीरभूम की कोयला खदान में जोरदार विस्फोट; 7 मजदूरों की दर्दनाक मौत, कई घायल
भीड़ में दम घुटने से तीन की मौत
घटनास्थल पर भीड़ में दम घुटने से तीन लोगों की जान चली गई। मृतकों की पहचान पेरुंगलथुर के श्रीनिवासन (48), तिरुवोट्टियूर के कार्तिकेयन (34), और कोरुकुपेट के जॉन (56) के रूप में हुई है। मरने वालों के परिवारों को प्रशासन की ओर से आर्थिक मदद की घोषणा की जा सकती है।
वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए जुटाई गई थी भीड़
भारतीय वायुसेना की 92वीं वर्षगांठ के मौके पर चेन्नई के मरीना बीच पर यह विशाल एयर शो आयोजित किया गया था। इस शो का उद्देश्य केवल वर्षगांठ मनाना ही नहीं था, बल्कि लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (limca book of world records) में सबसे बड़ी भीड़ को दर्ज कराना भी था। आयोजकों ने रिकॉर्ड बनाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों को आमंत्रित किया था, जिसके चलते सुबह से ही लोग मरीना बीच पर जुटने लगे थे। शो का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया था, लेकिन उससे पहले ही गर्मी और भीड़ के कारण कई लोग अस्वस्थ होने लगे।
Read more: Ratan Tata की तबीयत को लेकर फैली अफवाहें निराधार, हेल्थ चेकअप के लिए गए थे हॉस्पिटल…खुद दी जानकारी
चिलचिलाती धूप में लोग हुए बेहोश, बुजुर्गों को हुई दिक्कत
सुबह आठ बजे से ही लोग शो देखने के लिए मरीना बीच पर इकट्ठा होने लगे थे। चेन्नई की चिलचिलाती धूप और उमस के चलते कई बुजुर्गों की तबीयत बिगड़ने लगी। कई लोग धूप में बेहोश हो गए। जब एयर शो शुरू हुआ, तब तक भीड़ का दबाव इतना बढ़ गया कि लोग सांस लेने में भी दिक्कत महसूस करने लगे। प्रशासन की ओर से पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
प्रशासनिक अव्यवस्था से बिगड़ी हालत, ट्रैफिक जाम ने बढ़ाई मुसीबत
मरीना बीच के आसपास और शहर के विभिन्न हिस्सों में भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। शो खत्म होते ही बड़ी संख्या में लोग एक साथ बाहर निकलने लगे, जिसके चलते कामराजर सलाई पर घंटों लंबा जाम लग गया। पुलिस को ट्रैफिक नियंत्रित करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। जाम के चलते लोग सड़कों पर फंसे रहे और किसी के पास पानी भी नहीं था।
पानी की कमी ने बढ़ाई परेशानी, स्थानीय लोगों ने की मदद
हालात तब और बिगड़ गए जब प्रशासन ने पानी बेचने वाली दुकानों को हटा दिया। भीड़ में फंसे लोगों को पानी तक मयस्सर नहीं हुआ, जिससे कई लोग निर्जलीकरण (Dehydration) के शिकार हो गए। हालांकि कुछ स्थानीय लोगों ने इंसानियत का परिचय देते हुए जरूरतमंदों को पानी पिलाया और मदद की।
बाद में अस्पताल ले जाया गया घायल लोगों को
230 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से कई लोग दम घुटने और Dehydration से पीड़ित थे। चेन्नई के विभिन्न अस्पतालों में उनका इलाज जारी है और स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। प्रशासन की ओर से यह कहा जा रहा है कि सभी घायलों का उचित इलाज किया जा रहा है और मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद दी जाएगी।
प्रशासन पर उठे सवाल, अव्यवस्था बनी हादसे की वजह
इस हादसे के बाद प्रशासन की लापरवाही को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में भीड़ जुटाने के बावजूद पर्याप्त सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था नहीं की गई थी। पानी, शौचालय और छांव जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव था, जिसके चलते लोग परेशान होते रहे।