Tehreek e Hurriyat Ban: जम्मू कश्मीर को आतंक से मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार लगातार एक्शन मोड में है। जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने वालों के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्रालय लगातार ठोस कदम उठा रहा है। केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर के संगठन तहरीक ए हुर्रियत पर प्रतिबंध लगा दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि आतंकवाद गतिविधियों के चलते इस संगठन पर ये बैन लगाया गया है।
read more: स्कूल में हुआ प्यार,5 साल बाद फराह बनी राम की जानकी,बरेली के अयोध्या धाम मंदिर में रचाई शादी
अमित शाह ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
इस बात की जानकारी स्वंय अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के जरिए साझा की है। गृहमंत्री ने लिखा, “यह संगठन जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग करने और इस्लामिक शासन स्थापित करने की निषिद्ध गतिविधियों में शामिल है। यह समूह जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए भारत विरोधी प्रचार फैला रहा है और आतंकवादी गतिविधियां जारी रख रहा है। आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत, भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन को तुरंत विफल कर दिया जाएगा।”
देखें पोस्ट: https://x.com/AmitShah/status/1741366382435119422?s=20
आखिर भारत सरकार ने क्यों लगाया बैन?
भारत सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए तहरीक-ए-हुर्रियत संगठन के बारे में बताया कि ये जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी विचारधारा फैला रहा है। ये लोग आतंकियों को श्रद्धांजलि देते हैं और पत्थरबाजी को बढ़ावा देते हैं। संगठन के लोग भारतीय कानून का पालन नहीं करते और कश्मीर को भारत से अलग मानते हैं। सरकार ने चार दिन में कश्मीर में सक्रिय दूसरे बड़े संगठन, जो आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देता है, पर एक्शन लिया है।
जम्मू-कश्मीर-मसरत आलम गुट पर बैन
वहीं आपको बता दे कि इससे पहले केंद्र सरकार ने एक्शन लेते हुए 27 दिसंबर को मुस्लिम लीग जम्मू-कश्मीर-मसरत आलम गुट को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) के अंतर्गत गैर कानूनी संस्था घोषित किया था। उस समय केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा था कि यह संगठन और इसके सदस्य जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल हैं। ये आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करते हैं और लोगों को जम्मू-कश्मीर में इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए उकसाते हैं। शाह का कहना था कि मोदी सरकार का साफ मैसेज है कि राष्ट्र की एकता, संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को छोडा नहीं जाएगा।
read more: सात महीनों बाद देश में चौंकाने वाले कोरोना के मामले,स्वास्थ्य विशेषज्ञों की बढ़ी चिंता