Lucknow News: लखनऊ के कुकरैल रिवरफ्रंट (Kukrail Riverfront) में रहीमनगर, खुर्रमनगर, इंद्रप्रस्थनगर, पंतनगर और अबरारनगर के करीब 1000 मकान वन विभाग की जमीन पर बने हैं। सिंचाई विभाग का सर्वे बुधवार को पूरा हो गया, जिसमें मकानों को चिह्नित कर उन पर लाल निशान लगा दिए गए। अब इन मकानों पर बुलडोजर चलने की तैयारी है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) इन मकानों के मालिकों का ब्योरा दर्ज करेगा।
जीपीएस से हुआ सर्वे
सिंचाई विभाग ने सोमवार से ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) की मदद से सर्वे शुरू किया था। बुधवार सुबह 11 बजे प्रशासन की संयुक्त टीम ने मकानों पर लाल निशान लगाने और जमीन की नापजोख का काम पूरा किया। विरोध-प्रदर्शन के बीच, पुलिस की मौजूदगी के कारण आक्रोशित लोग टीम के काम में कोई अवरोध नहीं डाल सके। दोपहर तीन बजे सिंचाई विभाग की टीम ने चिह्नित क्षेत्र को एलडीए को सौंप दिया।
एलडीए की अगली कार्रवाई
सिंचाई विभाग का सर्वे पूरा होने के बाद बृहस्पतिवार से एलडीए (LDA) टीम अवैध निर्माण वाले मकानों का सर्वे शुरू करेगी। इस दौरान मकान मालिकों और उनके परिवार के सदस्यों का ब्योरा दर्ज किया जाएगा। इसके लिए पांच टीमों का गठन किया गया है, जिनमें प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी भी शामिल होंगे। सर्वे पूरा होने के बाद, एलडीए अवैध निर्माण करने वालों को नोटिस जारी करेगा। नोटिस में दी गई मियाद तक अवैध निर्माण को खुद नहीं तोड़ने पर, एलडीए उसे ध्वस्त कराएगा।
इन इलाकों पर चलेगा बुलडोजर
रहीमनगर, खुर्रमनगर, इंद्रप्रस्थनगर, पंतनगर और अबरारनगर में मकानों पर लाल निशान लगाए जाने के विरोध में वहां के निवासी लामबंद हो गए हैं। लोगों ने संघर्ष समिति का गठन किया है। संघर्ष समिति की बैठक में तय हुआ कि वे अपनी लड़ाई मजबूती से लड़ेंगे और मकान को तोड़ने नहीं दिया जाएगा। यह बैठक शाम 5 बजे तक चली।
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सपा विधायक का समर्थन
बुधवार दोपहर समाजवादी पार्टी के विधायक और पार्षद मुकेश सिंह चौहान भी इंद्रप्रस्थनगर पहुंचे और लोगों का समर्थन किया। स्थानीय निवासियों ने कहा कि जिन जमीनों पर मकान बने हैं, उनकी उन्होंने रजिस्ट्री और दाखिल खारिज कराई है।
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अवैध निर्माण पर राजनीतिक उबाल
यह मामला अब राजनीतिक रंग भी लेने लगा है। स्थानीय नेताओं और निवासियों के बीच विरोध और नाराजगी का माहौल है। विपक्षी दल सरकार पर हमला बोल रहे हैं और इसे गरीबों के खिलाफ एक अन्यायपूर्ण कार्रवाई बता रहे हैं। निवासियों का कहना है कि वे अपने मकानों को टूटने नहीं देंगे और इसके लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। लखनऊ के कुकरैल रिवरफ्रंट क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई तेज हो गई है। इस कार्रवाई के खिलाफ निवासियों में भारी आक्रोश है और उन्होंने संघर्ष समिति का गठन कर विरोध जताने की तैयारी कर ली है। राजनीतिक नेताओं का समर्थन भी इस मामले को और तूल दे रहा है। अब देखना होगा कि प्रशासन और निवासियों के बीच इस मुद्दे का समाधान कैसे निकलता है।