Akhilesh Yadav in Kanpur: कानपुर के जीआईसी मैदान में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नसीम सोलंकी के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की सीट पर हो रहे उपचुनाव में उनकी पत्नी नसीम सोलंकी सपा-कांग्रेस गठबंधन की उम्मीदवार हैं। अखिलेश ने योगी सरकार की बुलडोजर कार्रवाई और हालिया सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर सरकार पर तीखे तंज कसे।
उन्होंने कहा, “जो घर तोड़ने पर विश्वास करते हैं, उनसे जनता की भलाई की कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। अब यूपी सरकार के बुलडोजर गैराज में सड़ेंगे, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय इस बुलडोजर राजनीति पर एक सख्त संदेश है।” अखिलेश ने कहा कि अब किसी गरीब का घर नहीं टूटेगा और पुलिस तथा प्रशासन को सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से सीख लेनी चाहिए।
सपा की सरकार आने पर मिलेगा जवाब
अखिलेश ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “यूपी सरकार के पूर्व डीजीपी ने भी इस बात का जिक्र किया है कि जब हमारी सरकार आएगी तो ऐसे अधिकारियों को जांच का सामना करना पड़ेगा।” उन्होंने आगे बताया कि जब वे जेल में इरफान सोलंकी से मिलने गए, तो उन्हें अचानक महाराजगंज जेल भेज दिया गया। “जो अधिकारी ऐसे फैसले ले रहे हैं, वे ये भी सोचें कि जब हमारी सरकार आएगी, तो हमारे व्यवहार में भी कोई रियायत नहीं होगी।”
सीएम योगी पर निशाना, “विचार से संत बनते हैं, वस्त्र से नहीं”
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा, “व्यक्ति विचार से संत बनता है, वस्त्र से नहीं। जिनके विचार अच्छे नहीं हैं, वे संत नहीं हैं।” इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार और भर्तियों में बाधा डालने का आरोप लगाया। अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार में परीक्षाएं रुकवाई जाती हैं, पर्चे लीक होते हैं, और भर्ती प्रक्रिया में जानबूझकर बाधा डाली जाती है। उन्होंने कहा कि यूपी में स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि अब पुलिस खुद पुलिस को गिरफ्तार कर रही है। बलिया से लेकर बनारस तक हर जिले में पुलिसकर्मी पुलिसकर्मियों को पकड़ते नजर आ रहे हैं, जबकि अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।
“बंटोगे तो कटोगे का नारा अलोकतांत्रिक”
अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ के ‘बंटोगे तो कटोगे’ नारे पर भी टिप्पणी की। उन्होंने इसे अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि अंग्रेजों का “फूट डालो, राज करो” का विचार आज भी जारी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का यह नारा सामाजिक सौहार्द को तोड़ने का काम करता है, जो लोकतंत्र के खिलाफ है।
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अयोध्या चुनाव को टालने पर भी बीजेपी को घेरा
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर अयोध्या उपचुनाव को टालने के लिए डराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद तीन बार अयोध्या गए, लेकिन जब हार का डर महसूस हुआ तो चुनाव को ही टाल दिया गया। “आज कानपुर में भी मतदान होना था, लेकिन यहां भी चुनाव टाल दिया गया।” अखिलेश ने कहा कि यह बीजेपी का डर है और जनता इसका जवाब 20 तारीख को देगी।
सपा – ‘जनता तय करेगी 20 को हिसाब
अखिलेश ने अपनी सभा में जनता से अपील की कि वे इन चुनावों में भाजपा को सबक सिखाएं। उन्होंने कहा, “बीजेपी की नीतियां अलोकतांत्रिक हैं, और अब समय आ गया है कि जनता इसका हिसाब 20 तारीख को करे। समाजवादी पार्टी ने हमेशा गरीबों और कमजोर वर्गों का साथ दिया है और जनता का समर्थन ही लोकतंत्र की असली जीत होगी।” सभा में अखिलेश यादव ने जनता से आग्रह किया कि वे सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार नसीम सोलंकी को जिताकर भाजपा को जवाब दें। सभा में भारी भीड़ जुटी और नारेबाजी के साथ समाजवादी पार्टी का समर्थन दिखाई दिया। अब देखना है कि इस उपचुनाव में जनता किस ओर झुकती है और सपा के इस आक्रामक रुख से बीजेपी पर क्या असर पड़ता है।