भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने राहुल गांधी को लेकर तंज कसा है। बृजभूषण ने कहा कि वो पचास साल पूरे करने के बाद भी गंभीर नेता नहीं बन पाए। उनसे जब गंभीरता के बारे में पूछा गया तो कहा कि आंख मारना, झप्पी लेना ये क्या है?
Brij Bhushan Singh: बृजभूषण शरण सिंह ने 4 सितंबर 2023 को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि वह पचास साल से अधिक के होने के बाद भी राहुल गांधी गंभीर नेता नहीं बन पाए। आखिर आंख मारना, झप्पी लेना ये सब क्या है। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. पर भी सवाल खड़े किए। वही अब टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान बजरंग पूनिया ने बृजभूषण शरण सिंह पर निशाना साधा है। बजरंग पूनिया ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि यह बात वह आदमी कह रहा है जिस पर 7 महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं।
बीते दिन अजय मिश्र टेनी ने भी बोला था हमला…
बीते दिन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने भी राहुल गांधी और I.N.D.I.A. के घटक दलों पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने राहुल के साथ ही समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और लालू प्रसाद यादव का नाम लेकर भी हमला बोला।
ये लोग समाज के लिए बीमारी हैं: बजरंग पूनिया
बृजभूषण शरण सिंह का यह बयान लगभग सभी मीडिया संस्थानों ने कवर किया। बजरंग पूनिया ने एक मीडिया संस्थान की खबर को शेयर करते हुए लिखा, ‘बृजभूषण सिंह के इस बयान को कई बार पढ़िए। यह बयान वह आदमी दे रहा है जिस पर 7 महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। टीवी पर महिलाओं को असहज करने वाली बातें खुद अपने मुंह से कह चुका है। असल में हर नार्मल एक्ट को अपनी गंदी नजर से तौलने वाले ये लोग समाज के लिए बीमारी हैं।’
ग्राम प्रधान का चुनाव नहीं जीत सकते राहुल गांधी…
अजय मिश्र ने कहा कि ये सभी नेता चाहते हैं कि किसी भी तरह मोदी को हटा दो, नहीं तो कई को सजा हो चुकी है, कई जमानत पर हैं और कई लोगों का जेल जाना तय है। ये लोग मीटिंग में बात करते हैं कि 53 साल के राहुल गांधी की शादी हो जाए।
मंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव और राहुल गांधी ग्राम प्रधान का चुनाव नहीं जीत सकते। ये लोग सियासत में केवल परिवारवाद की वजह से हैं। परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण से ही इनकी राजनीति चलती है। इसीलिए ये सभी इक्कठा हुए हैं।
बता दें कि इसी साल की शुरुआत में देश की कुछ महिला पहलवानों ने बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। इसके बाद सिंह पर कार्यवाही की मांग को लेकर पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर कई दिनों तक धरना भी दिया था। मामला कोर्ट तक पहुंचा और आखिर में सिंह को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई थी। हालांकि इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि विपक्ष की कई पार्टियां भी पहलवानों के समर्थन में आ गई थी।