छत्तीसगढ़ संवाददाता- Avinash Singh
छत्तीसगढ़: भारतीय जन संघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के 70 पुण्यतिथि अकलतरा नगर के बुथ क्रमांक 162 में रोहित सारथी के निवास पर मनाया गया। सर्व प्रथम डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर श्रद्धांजली अर्पित किया गया तत्पश्चात जिला मीडिया प्रभारी मनोज मिश्रा ने डॉ मुखर्जी जी के जीवन के बारे में विस्तृत जानकारी दी और बताया सन 1951 में डॉ. मुखर्जी ने भारतीय जनसंघ की स्थापना की,
महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रजनी साहु जी ने उनके द्वारा किए गए त्याग और बलिदान के बारे में बताया कैसे उन्होने कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बताते हुई आंदोलन किए और अपने प्राणों की आहुति दे दी कल्याणी साहु ने बताया कि मुखर्जी जी विद्वता अद्भुत थी महज 33 साल की उम्र में ही उन्हे वे कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बन गए थे।
मनीष कुमार सिंगसार्वा ने कहा कि कश्मीर के लिए डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने एक देश में एक निशान, एक विधान और एक प्रधान के लिऐ आवाज उठाया और सन 1953 में इसके लिऐ उन्होने आंदोलन किया और उन्हें जेल में डाल दिया जहां उनकी सुनियोजित तरीके से हत्या कर दी गई और तत्कालीन केन्द्र सरकार ने किसी भी प्रकार से जांच कराने के लिऐ इंकार कर दिया।
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बलिदान दिवस पर संतोष भेडपाल, पुरुषोत्तम नामदेव ने भी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी द्वारा देश के लिऐ दिए गए बलिदान के बारे में बताया गया इस अवसर पर बुथ क्रमांक 162 अध्यक्ष आशुतोष शर्मा जी एवं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन पुर्व सैनिक व अकलतरा नगर के भारतीय जनता पार्टी के पार्षद रोहित सारथी द्वारा किया गया ।