Input- SHAHBAZ
दिल्ली: लोकसभा के चुनाव से पहले बीजेपी बड़े बदलाव की तैयारी में दिखाई दे रही है। बीजेपी ऐसे लोगों को बाहर का रास्ता दिखाएगी जिन्होंने उम्मीद के मुताबिक काम नहीं किया है। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी कोई भी गलती करना नहीं चाहती है, बीजेपी हमेशा से जमीनी स्तर तक जाकर अपनी तैयारियों को पुख्ता करने के लिए जानी जाती रही है और इसी तर्ज पर बीजेपी को काम करते हुए देखा भी जा रहा है।
इसके लिए नई दिल्ली में सोमवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई, बैठक में हिस्सा लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी दिल्ली पहुंचे सूत्र बताते हैं कि बैठक में मंत्रियों की रिपोर्ट कार्ड की समीक्षा की गई। उस समीक्षा रिपोर्ट के आधार पर भविष्य की रणनीति तय की जाएगी।
माना जा रहा है कि यूपी में अपने रिकार्ड को कायम रखने के लिए यूपी के कुछ सांसदों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है जबकि कुछ की छुट्टी हो सकती है। इस बात की संभावना जताई जा रही है कि नियुक्तियों में जातीय समीकरण को केंद्र में रखा जाएगा चर्चा है कि ब्राह्मण, ओबीसी और दलित कोटे से एक-एक मंत्री बन सकते हैं।
नए चेहरों को मिलेगा मौका
बीजेपी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कुछ अहम बदलाव होने वाला है इसको लेकर बीजेपी ने अपनी तैयारी भी कर ली है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सुब्रत पाठक,रेखा वर्मा,अरुण सागर का जयप्रकाश रावत और विनोद सोनकर को केंद्रीय मंत्रीमंडल में जगह दी जा सकती है इससे पहले भी यूपी के कई चेहरों को केंद्रीय मंत्रीमंडल में तरजीह दी गई थी।
Read More: पीएम मोदी से मिले उत्तराखंड के CM पुष्कर धामी,UCC समेत कई विषयों पर हुई चर्चा…
लोकसभा के लिए यूपी अहम
लोकसभा की गद्दी पर खुद को आसीन करने के लिए किसी भी पार्टी को यूपी में अपनी पैठ जमाना जरूरी हो जाता है। क्योंकि यूपी में लोकसभा की 80 सीटें है ऐसे में बीजेपी ने इस बार 80 में 80 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है देखना ये होगा कि क्या बीजेपी के होने वाले इस बदलाव से बीजेपी अपने लक्ष्य को हासिल कर पाएगी?