Bangladesh Violence: बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन लगतार जारी है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक रौले के दौरान बड़ा बयान दिया है। दरअसल रविवार को कोलकाता में शहीद दिवस की रैली के अवसर पर विक्टोरिया हाउस के सामने आयोजित सभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी बांग्लादेश के लोगों को पूरा तरह से सहयोग करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के दरवाजे सदा ही उनके लिए खुले हुए हैं।उन्होंने कहा कि अगर असहाय लोग बंगाल का दरवाजा खटखटाएंगे तो हम उन्हें आश्रय जरूर देंगे, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र का एक प्रस्ताव है। अगर कोई शरणार्थी है तो आसपास का इलाका उन्हें आश्रय देगा। जिसके बाद बीजेपी ने सीएम के इस बयान पर जनकर निशाना साधा है।
Read more :रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल व ड्रोन के जरिए रिहंद डैम की मैपिंग व आइडेंटिफिकेशन सर्वे कराएगी योगी सरकार
भाजपा नेता ने लगाया आरोप
आपको बता दें कि ममता बनर्जी की इस टिप्पणी पर हमला बोलते हुए मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “ममता बनर्जी को भारत में किसी का भी स्वागत करने का अधिकार किसने दिया? आव्रजन और नागरिकता पूरी तरह से केंद्र के अधिकार क्षेत्र में हैं। राज्यों को इसमें हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।”भाजपा नेता ने आरोप लगाया, “यह भारतीय जनता पार्टी गठबंधन की बंगाल से झारखंड में अवैध बांग्लादेशियों को बसाने की नापाक योजना का हिस्सा है, ताकि वे चुनाव जीत सकें।”
Read more :Braj Mandal Yatra: हरियाणा के नूंह में सरकार अलर्ट, इंटरनेट बंद, चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस..
ममता के बयान पर BJP का पलटवार
बनर्जी पर निशाना साधते हुए मालवीय ने आगे कहा कि कभी-कभी वह कहती हैं कि वह धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए भारत आए हिंदू शरणार्थियों को सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करने और उनके वैध अधिकार प्राप्त करने की अनुमति नहीं देंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि वे जोर देंगे तो वह ‘‘अवैध रोहिंग्याओं (जो टीएमसी को वोट देते हैं) से ट्रेनें जलाने, सड़कें अवरूद्ध करने और लोगों की हत्या करने को कहेंगी।’’