Bihar Hooch Tragedy: बिहार (Bihar) के सिवान और छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है. विपक्ष ने सरकार पर तीखे सवाल खड़े किए हैं और शराबबंदी कानून की विफलता पर गंभीर आरोप लगाए हैं. तेजस्वी यादव और अन्य विपक्षी नेताओं ने नीतीश कुमार की एनडीए सरकार को इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है. सिवान और छपरा में जहरीली शराब पीने से हुई कई लोगों की मौतों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. इस त्रासदी पर विपक्षी दलों ने बिहार सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया है.
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तेजस्वी यादव का नीतीश सरकार पर हमला
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट करते हुए बिहार (Bihar) सरकार को घेरा है. उन्होंने लिखा, “सत्ता संरक्षण में जहरीली शराब के कारण 27 लोगों की हत्या कर दी गई है. दर्जनों लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. बिहार (Bihar) में शराबबंदी का दावा किया जाता है, लेकिन सत्ताधारी नेताओं, पुलिस और माफिया के गठजोड़ के कारण हर चौक-चौराहे पर शराब आसानी से उपलब्ध है. इतने लोग मारे गए, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक व्यक्त करने की भी जरूरत नहीं समझी.”
इसी कड़ी में आगे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने आगे कहा कि राज्य में जहरीली शराब के कारण हर दिन बिहारवासी मारे जा रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री और उनके प्रशासनिक अधिकारी इस पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “कितने भी लोग मारे जाएं, लेकिन किसी वरीय अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. इसके विपरीत उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा. अगर शराबबंदी के बावजूद हर चौक-चौराहे और नुक्कड़ पर शराब उपलब्ध हो रही है, तो यह मुख्यमंत्री की विफलता नहीं तो और क्या है?”
आरजेडी नेताओं ने सरकार पर बोला हमला
आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति यादव (Shakti Yadav) ने भी इस मुद्दे पर बिहार (Bihar) सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है और इसमें सरकार का संरक्षण शामिल है. उन्होंने कहा, “शराब माफिया मुख्यमंत्री आवास में जाकर फोटो खिंचवाता है. बिहार में जहरीली शराब प्रशासन की नाक के नीचे परोसी जा रही है, इसलिए लोग मर रहे हैं। पहले भी लोग जहरीली शराब के कारण मरे थे, और अब भी मर रहे हैं। सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है.”
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों का बयान
सिवान और छपरा की इस त्रासदी पर कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा (Ajit Sharma) ने भी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, “यह बिहार के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. हम कई बार कह चुके हैं कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से लागू नहीं है. शराब की होम डिलीवरी हो रही है, और माफिया अधिकारियों के साथ मिले हुए हैं. जब तक इन अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक शराबबंदी सही से लागू नहीं हो पाएगी.”
आरजेडी नेता मनोज कुमार झा की प्रतिक्रिया
आरजेडी नेता मनोज कुमार झा (Manoj Kumar Jha) ने भी इस घटना को लेकर कहा, “यह हादसे बार-बार हो रहे हैं और सरकार इसे रोकने में अक्षम साबित हो रही है. यह पूरा एक सिंडिकेट है, जो शराबबंदी के नाम पर चल रहा है. इस सिंडिकेट को सरकार के रसूखदार लोगों का संरक्षण प्राप्त है, और इस वजह से गरीब लोग मारे जा रहे हैं.”
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