Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड (Jharkhand) विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरु हो गई है…चुनाव आयोग (Election Commission) ने तारीखों का भी ऐलान कर दिया है. चुनाव से कुछ सप्ताह पहले, भाजपा के तीन पूर्व विधायक लुईस मरांडी (Louis Marandi) , कुणाल सारंगी और लक्ष्मण टुडू सहित अन्य नेताओं ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का दामन थाम लिया है. इन नेताओं के शामिल होने से झामुमो की स्थिति मजबूत होने की संभावना है. सबसे खास बात यह है कि इससे दो दिन पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता केदार हाजरा और आजसू पार्टी के उमाकांत रजक भी झामुमो में शामिल हो चुके हैं.
लुईस मरांडी का झामुमो में स्वागत
बताते चले कि झामुमो में शामिल होते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने लुईस मरांडी (Louis Marandi) का स्वागत किया. हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “हम पूर्व भाजपा उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता लुईस मरांडी जी का जेएमएम परिवार में हार्दिक स्वागत करते हैं.” लुईस मरांडी, जो 2014 में दुमका से हेमंत सोरेन को हराकर भाजपा के लिए महत्वपूर्ण जीत हासिल कर चुकी हैं, अब झामुमो के साथ आगामी चुनावी लड़ाई में उतरने जा रही हैं.
2014 और 2019 के चुनावी समीकरण
आपको बता दे कि, 2014 के चुनाव में लुईस मरांडी (Louis Marandi) ने हेमंत सोरेन को 5,262 वोटों के अंतर से हराया था, जबकि 2019 में हेमंत सोरेन ने 13,188 वोटों के बड़े अंतर से दुमका सीट पर जीत हासिल की. हालांकि, बाद में सोरेन ने यह सीट छोड़कर बरहेट सीट को बरकरार रखा. लुईस मरांडी की झामुमो में वापसी से झारखंड की राजनीतिक स्थिति में नया मोड़ आ गया है.
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भाजपा छोड़ने की वजह ?
भाजपा के साथ असंतोष के चलते लुईस मरांडी (Louis Marandi) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरे दलों से आए नेता भाजपा में हावी हो गए हैं और पुराने निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है. इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और झामुमो में शामिल हो गईं. बताया जा रहा है कि झामुमो आगामी विधानसभा चुनाव में लुईस मरांडी को जामा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बना सकता है. लुईस मरांडी पहले भी दुमका सीट से तीन बार चुनाव लड़ चुकी हैं, इसलिए उनकी राजनीतिक अनुभवी पृष्ठभूमि और लोकप्रियता का झामुमो को फायदा हो सकता है.
भाजपा के भीतर नाराजगी
सूत्रों के अनुसार, भाजपा द्वारा सुनील सोरेन को दुमका सीट से उम्मीदवार बनाए जाने पर लुईस मरांडी नाराज थी. इसी नाराजगी के चलते उन्होंने झामुमो में जाने का मन बनाया. भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में दूसरे दलों से आए नेताओं का वर्चस्व है, और निष्ठावान कार्यकर्ताओं को लगातार उपेक्षित किया जा रहा है.
81 सीटों के लिए दो चरणों में होंगे चुनाव
झारखंड (Jharkhand) विधानसभा चुनाव 81 सीटों के लिए दो चरणों में होंगे. पहला चरण 13 नवंबर को और दूसरा 20 नवंबर को मतदान के साथ संपन्न होगा. 23 नवंबर को मतगणना होगी. झामुमो में लुईस मरांडी (Louis Marandi) और अन्य नेताओं के शामिल होने से चुनावी समीकरण बदल सकते हैं. झामुमो, भाजपा और आजसू पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है. लुईस मरांडी और अन्य भाजपा नेताओं का झामुमो में शामिल होना झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव है.
इस कदम से झामुमो को मजबूती मिलने की संभावना है, जबकि भाजपा को झटका लग सकता है.आगामी चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि ये राजनीतिक परिवर्तन किस दिशा में राज्य की सत्ता को प्रभावित करेंगे.