Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र (Maharashtra) के आगामी विधानसभा चुनावों से पहले उद्धव ठाकरे की पार्टी को बड़ा झटका लगा है. संभाजीनगर मध्य सीट से उद्धव ठाकरे गुट के उम्मीदवार किशनचंद तनवानी ने अपना नाम वापस ले लिया है और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को समर्थन देने का ऐलान किया है. किशनचंद तनवानी का यह निर्णय चुनाव से पहले शिवसेना (Uddhav Thackeray faction) के लिए एक बड़ी राजनीतिक चुनौती साबित हो सकता है.
चुनाव में हार का दावा
बताते चले कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किशनचंद तनवानी ने नाम वापस लेने के फैसले की घोषणा की है. साथ ही, उन्होंने यह भी दावा किया कि आगामी महाराष्ट्र (Maharashtra) विधानसभा चुनावों में महा विकास अघाड़ी (MVA) बड़े अंतर से हार जाएगी. उनका यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि से महज एक दिन पहले उन्होंने यह कदम उठाया है.
शिवसेना का गढ़ माने जाने वाले संभाजीनगर में बदलते समीकरण
दरअसल, संभाजीनगर को शिवसेना का गढ़ माना जाता है, जहां शिवसेना के उद्धव ठाकरे और शिंदे गुट के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है. शिंदे गुट ने इस सीट से वर्तमान विधायक प्रदीप जयसवाल को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि उद्धव गुट ने किशनचंद तनवानी को उम्मीदवार बनाया था. किशनचंद तनवानी और प्रदीप जयसवाल दोनों ही कट्टर शिवसैनिक माने जाते हैं और दोनों के बीच पुरानी दोस्ती भी है.
रैली रद्द कर नाम वापस लेने का अचानक ऐलान
किशनचंद तनवानी (Kishanchand Tanwani) ने नामांकन पत्र भरने के लिए आयोजित रैली को रद्द करते हुए कहा था कि बाजार की भीड़ से नागरिकों को असुविधा होगी. इसके बाद, 28 अक्टूबर को एक अचानक बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अपनी उम्मीदवारी से हटने की घोषणा कर दी. राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, किशनचंद तनवानी का यह निर्णय गुटबाजी के कारण हो सकता है, हालांकि इस पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की है.
गुटबाजी और संभावित नतीजों पर चर्चा
संभाजीनगर के सेंट्रल निर्वाचन क्षेत्र में तनवानी के हटने से शिंदे गुट के प्रदीप जयसवाल और एआईएमआईएम के नासिर सिद्दीकी के बीच सीधा मुकाबला हो सकता है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस कदम से उद्धव ठाकरे गुट को चुनावी नुकसान हो सकता है. वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में भी तनवानी और जयसवाल आमने-सामने थे, जिसके चलते वोटों के बंटवारे का फायदा उठाते हुए एआईएमआईएम के इम्तियाज जलील विजयी रहे थे। इस बार भी ऐसे ही चुनावी समीकरण बनने की संभावनाएं जताई जा रही हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा की कुल 288 सीटों पर चुनाव
आपको बता दे कि, महाराष्ट्र (Maharashtra) विधानसभा की कुल 288 सीटों पर चुनाव 20 नवंबर को होंगे, जबकि नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. चुनाव से पहले के इस उलटफेर ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उद्धव ठाकरे गुट इसके बाद किस रणनीति के साथ आगे बढ़ेगा.