I.N.D.I.A Alliance 14 anchor boycott: देश में लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक आ गए है। यह चुनाव अगले साल 2024 में होगे। केन्द्र में नरेंन्द्र मोदी तले भाजपा की सरकार है। भाजपा को हराने के लिए विपक्ष के सभी बडी से लेकर छोटी पार्टियों के नेताओं ने ” इंडिया ” नाम से गठबंधन किया था। इस गठबंधन में बीएसपी प्रमुख मायावती नही शामिल हुई थी। वह लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया था।
14 एंकर के शो का बहिष्कार
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A) के घटक दलों ने गुरुवार को एक बड़ा फैसला लिया। विपक्षी दल देश के 14 टेलीविजन एंकर के कार्यक्रमों में अपने प्रतिनिधि (प्रवक्ता) नहीं भेजेंगे। न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन (NDBDA) ने कहा कि बहिष्कार का यह फैसला एक खतरनाक मिसाल साबित होगा। यह लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ है, वहीं बीजेपी ने विपक्षी गठबंधन के इस फैसले की तुलना इंदिरा गांधी सरकार के दौरान लगाए गए आपातकाल से की है। कांग्रेस नेता और मीडिया एंड पबिल्सिटी डिपार्टमेंट के चेयरमैन पवन खेड़ा ने उन चैनलों के न्यूज एंकरों की सूची जारी की है। जिनके शों में इंडिया गठबंधन के प्रवक्ता नही जाएंगे। इंडिया गठबंधन की इस सूची में सुधीर चौधरी ,चित्रा त्रिपाठी से लेकर 14 बडें एंकर्स शामिल है।
read more: 3 दिवसीय दौरे पर आज लखनऊ आएंगे राजनाथ सिंह
पवन खेड़ा ने ट्ववीटर पर किया पोस्ट
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्ववीटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए बताया कि- I.N.D.I.A मीडिया समिति द्वारा आज दोपहर आयोजित वर्चुअल बैठक में निम्नलिखित निर्णय लिए गए। विपक्षी दल I.N.D.I.A ने न्यूज चैनल के 14 न्यूज एंकर्स के शो में अपने प्रतिनिधि नही भेजेगा। गठबंधन ने जिन 14 न्यूज एकर्स का बहिष्कार किया है, उनमे बडे- बडे एंकरों का नाम शामिल है।
रोज़ शाम पाँच बजे से कुछ चैनल्स पर नफ़रत की दुकानें सजायी जाती हैं।
हम नफ़रत के बाज़ार के ग्राहक नहीं बनेंगे। हमारा उद्देश्य है ‘नफ़रत मुक्त भारत’।
बड़े भारी मन से यह निर्णय लिया गया कि कुछ एंकर्स के शोज़ व इवेंट्स में हम भागीदार नहीं बनें। हमारे नेताओं के ख़िलाफ़ अनर्गल… pic.twitter.com/2xhxh2Hm9h
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) September 14, 2023
ये है एंकर – अमीष देवगन, अमन चोपड़ा, आदिति त्यागी, आनंद नरसिम्हन, अर्णब गोस्वामी, अशोक श्रीवास्तव, गौरव सांवत, चित्रा त्रिपाठी, प्राची प्रराशर, नविका कुमार, शिव अरुर, रुबिका लियाकत, सुधीर चौधरी और सुशांत सिन्हा का नाम शामिल है।
NUJ ने बहिष्कार को लोकतंत्र पर हमला करार दिया
इस बीच, ‘नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स’ (NUJ) ने बहिष्कार को लोकतंत्र पर हमला करार दिया। NUJ ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों ने मीडिया का राजनीतिकरण किया है। ‘इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स’ से जुड़े ‘नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स’ के अध्यक्ष रास बिहारी ने एक बयान में कहा कि विपक्षी दलों का यह फैसला भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में मीडिया पर दमन का एक “काला अध्याय” है। (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)
read more: डेंगू रोग पर नियन्त्रण के लिए दी गई स्वास्थ्य शिक्षा…
सोशल मीडिया पर बलूनी ने शेयर की पोस्ट
घमंडिया गठबंधन में शामिल I.N.D.I. एलायंस के दलों द्वारा पत्रकारों के बहिष्कार और उन्हें धमकाने का लिया गया निर्णय घोर निंदनीय और भर्त्सनीय है। यह उनकी दमनकारी और तानाशाही और सोच को ही प्रदर्शित करती है। @BJP4India I.N.D.I. एलायंस के इस निकृष्ट मानसिकता की घनघोर निंदा करती है। pic.twitter.com/TZavrxzs0A
— Anil Baluni (@anil_baluni) September 14, 2023
बलूनी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा है कि, घमंडिया गठबंधन में शामिल ‘इंडिया’ एलायंस के दलों द्वारा पत्रकारों के बहिष्कार और उन्हें धमकाने का लिया गया। निर्णय घोर निंदनीय और भर्त्सनीय है। यह उनकी दमनकारी और तानाशाही और सोच को ही प्रदर्शित करती है। बीजेपी ‘इंडिया’ एलायंस के इस निकृष्ट मानसिकता की घनघोर निंदा करती है। बलूनी ने आरोप लगाया कि मीडिया को इस तरह की ‘खुली धमकी’ लोगों की आवाज दबाने के समान है।
क्या बोले इंडिया गठबंधन के नेता
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख और विपक्षी गठबंधन की मीडिया समिति के सदस्य पवन खेड़ा ने गुरुवार को ये लिस्ट जारी करते हुए कहा था कि रोज शाम पांच बजे से कुछ चैनलों पर नफरत की दुकानें सजाई जाती है। हम नफरत के बाजार के ग्राहक नहीं बनेंगे। हमारा उद्देश्य नफरत मुक्त भारत है। उन्होंने कहा कि बड़े भारी मन से यह निर्णय लिया गया कि कुछ एंकर के शो व कार्यक्रमों में हम भागीदार नहीं बनें। हमारे नेताओं के खिलाफ अनर्गल टिप्पणियां, फेक न्यूज़ आदि से हम लड़ते आए हैं और लड़ते रहेंगे, लेकिन समाज में नफरत नहीं फैलने देंगे।