Bareilly Crime News: इज्जतनगर थाना क्षेत्र के अदलखिया जंगल में स्थित सेंट्रल जेल के कृषि फार्म पर ट्रैक्टर से जुताई करते समय फरार हुए कैदी हरपाल का पुलिस के साथ मुठभेड़ होगयी। इस मुठभेड़ में पुलिस ने हरपाल के दाहिने पैर में गोली मारकर (Bareilly Encounter) उसे घायल कर दिया और फिर उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, उसका एक साथी रमेंद्र पाल मौका-ए -वारदात से भागने में सफल रहा।
पुलिस मुठभेड़ में गोली
मिली सूचना के मुताबिक, इज्जतनगर पुलिस को पता चला था कि हरपाल, जो एक हत्यारा है और जिसकी गिरफ्तारी पर 25,000 रुपये का इनाम रखा गया था, अदलखिया जंगल में मौजूद है। पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर उसे पकड़ने का प्रयास किया। जब पुलिस टीम हरपाल के पास पहुंची, तो उसने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हरपाल के दाहिने पैर में गोली लग गई और वह लहूलुहान अवस्था में गिर पड़ा। गिरफ्तारी के बाद हरपाल को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हरपाल का इलाज पूरा होने के बाद उसे फिर से जेल भेजा जाएगा।
कैदी का रहा है आपराधिक इतिहास
हरपाल का मूल निवास फतेहगंज पूर्वी के खनी नवादा गांव है। उसे पिछले वर्ष हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। हरपाल ने 2017 में एक विवाद के दौरान अपने साथियों के साथ मिलकर सोनपाल की हत्या की थी। जेल में रहते हुए उसे कृषि कार्य के लिए बाहर लाया गया था, और मौका पाकर वह 10 अक्टूबर को फरार हो गया था।
जेल अधिकारियों पर कार्रवाई की तैयारी
पुलिस ने हरपाल की फरारी के मामले में जेल वार्डर अजय कुमार प्रथम, कृषि सुपरवाइजर अनिल कुमार और फार्म लिपिक धर्मेंद्र कुमार के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की है। इन सभी की जिम्मेदारी थी कि वे कैदियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें, लेकिन वे इसे सुनिश्चित नहीं कर पाए। पुलिस को जानकारी मिली है कि हरपाल की फरारी में उसका साथी रमेंद्र पाल भी शामिल था, जो वर्तमान में बदायूं के दातागंज थाना क्षेत्र में रहता है। रमेंद्र भी घटना के बाद फरार हो गया है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
पुलिस की जांच जारी
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि रमेंद्र पाल ने हरपाल की फरारी में उसकी मदद की थी। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच जेल में भी बातचीत होती थी। पुलिस की टीम अब इस बात की गहनता से जांच कर रही है कि क्या और भी लोग हरपाल की सहायता कर रहे थे। अब सभी की नजरें रमेंद्र पाल की गिरफ्तारी पर हैं, ताकि इस मामले का पूरा सच सामने आ सके।