- सीएम आवास से लेकर शहर के वीवीआईपी समेत ग्रामीण इलाकों में घुटनों तक पानी भरा
- भारी बारिश से घरों के अंदर भरा पानी
- बारिश ने खोली लखनऊ नगर निगम को पोल
लखनऊ संवाददाता- मोहम्मद कलीम
Lucknow weather: राजधानी में रविवार रात शुरू हुई बारिश ने जमकर तबाही मचाई। पूरी रात लगातार बारिश के साथ बिजली की तड़तड़ाहट से लोग घरों में दुबके रहे। जलभराव से सड़क से लेकर गली, मुहल्ले तक टापू बन गए थे। सीएम आवास से लेकर शहर के हजरतगंज, मॉल एवन्यू,गौतम पल्ली आदि वीवीआईपी समेत ग्रामीण इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया। बारिश से अधिकांश शहरी इलाके जलमग्न हो गए। कई इलाकों में सड़कें धंस गईं। कई जगह लोग बाल-बाल बचे।
भारी बारिश के चलते 1090 चौराहे से डालीबाग की ओर जाने वाली सड़क धंस गई। एलडीए के कई अपार्टमेंट के बेसमेंट में भारी जलभराव से लोगों की गाडिय़ों में पानी भर गया। बारिश के चलते नगर निगम जोन तीन कार्यालय की छत का प्लास्टर गिर गया। पेड़ व पोल गिरने से बिजली व्यवस्था भी ठप रही। आनन फानन में 12 वीं तक सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया। सरकारी से लेकर निजी दफ्तर खुले पर बेहद कम ही कर्मचारी डयूटी पर आए।
बारिश ने खोली नगर निगम की पोल
जल भराव से निपटने के लिए नगर निगम का नाला सफाई का दावा पूरी तरह से खोखला निकला। कई जगह तो जल निकासी के लिए लगाए गए पंपों में डीजल ही नहीं था। बारिश की वजह से शहर के सभी बड़े नाले उफना गए और गंदा पानी सड़कों पर बहने लगा। किला मोहम्मदी नाला उफनाकर बैक फ्लो करने लगा। चांसलर क्लब के सामने खजाना चौराहे से लेकर बिजली पासी किला के आगे तक नाला सड़क सब एक समान हो गए। इससे पता नहीं चल रहा था कि नाला कहां है और सड़क कहां है।
सुबह होते ही मंडलायुक्त डॉ.रोशन जैकब निरीक्षण करने निकली। इधर, डीएम सूर्यपाल गंगवार गोमती बैराज पर वाटर लेवल का जायज़ा लेते पहुंचे। बैराज का वाटर लेवल 105एम था। डीएम ने वाटर लेवल मेंटेन करने के दिए निर्देश दिए। नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह भी इलाकों का दौरा करने निकल गए। महापौर सुषमा खर्कवाल भी जलभराव वाले इलाकों में निरीक्षण करने पहुंच गई। सुबह जब ट्विटर पर प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों की निरीक्षण करते हुए फोटो साझा हुई तो लोगों का गुस्सा छलक गया। लोगों ने ऐसी फोटो पोस्ट करने वालों को ट्रोल किया। अव्यवस्था पर रिप्लाई करते हुए खूब खरी खोटी सुनाई।
मुख्यमंत्री आवास के पास सड़कों पर पानी भर गया। सिविल अस्पताल से लेकर हजरतगंज उधर मॉल एवन्यू, गौतम पल्ली आदि वीवीआईपी इलाकों में पानी भर गया। सड़कें जलमग्न रहीं। नगर निगम के कर्मचारी नालों को साफ करते दिखे जिससे जलभराव को कम किया जा सके। वहीं लालबाग नगर निगम मुख्यालय के सामने सड़कों पर पानी भरा रहा। हसनगंज व वर्लिंगटन के पास अरगरा मौहल्ले में भी कई घरों में बारिश का पानी भर गया था। चारबाग, आलमबाग, मवैया, सरोजनी नगर, ईको गार्डन में नाले के ऊपर पानी बहने लगा।
भारी बारिश से नाला, सड़को पर भरा पानी
बारिश की वजह से शहर के सभी बड़े नाले उफना गए और गंदा पानी सड़कों पर बहने लगा। किला मोहम्मदी नाला उफनाकर बैक फ्लो करने लगा। चांसलर क्लब के सामने खजाना चौराहे से लेकर बिजली पासी किला के आगे तक नाला सड़क सब एक समान हो गए। इससे पता नहीं चल रहा था कि नाला कहां है और सड़क कहां है।
नाले का पानी बैक फ्लो होकर सेक्टर एल, सेक्टर जे, आई, एम तथा के में भर रहा था। आशियाना, एलडीए कॉलोनी, पारा, कृष्णानगर, आजाद नगर, विराट नगर, गीतापल्ली, कृष्णापल्ली में सड़कों पर पानी ऐसे बह रहा था जैसे कोई नदी सैलाब लेकर आई हो। इसके साथ फुटपाथ पर लगी कई दुकानें भी बह गई। तख्त व अन्य सामान भी बहते दिखे। इसका पानी आगे जाने की बजाय पीछे कॉलोनी में भर रहा था। इसकी वजह से यहां के लोगों के घरों में घुटनों तक पानी भरा। किला मोहम्मदी नाले के उफनाने का असर बिजनौर रोड, ओमेक्स कॉलोनी तथा मानसरोवर योजना तक दिखाई दिया।
ऑफिस और घरों में भरा पानी
हैदर कैनाल भी उफना गया। इससे सदर में नाले के आसपास के घरों में कमर से ऊपर तक पानी भर गया। यहां भी लोगों ने छतों पर शरण ली। तमाम परिवार यहां से निकलकर फ्लाईओवर के नीचे आ गए। वजीरगंज तथा सरकटा नाला उफनाने से आसपास के इलाकों में जल भराव हुआ। वजीरगंज में नाले की बाउंड्री के बाहर पानी पहुंच गया। लोगों के घरों में पानी घुस गया। पुराने लखनऊ के सरकटा नाले की वजह से भी तबाही हुई। सभी नाले कई जगह गंदगी की वजह से जाम हो गए थे। इससे पानी नहीं निकल पा रहा था। हैदर कैनाल वजीरगंज तथा सरकटा नाल सीधे गोमती नदी में गिरता है। ऐसे में इनमें पानी नहीं रुकता है। साफ न होने पर ही उफनाते हैं।