Ayodhya: अयोध्या (Ayodhya) गैंगरेप की शिकार गर्भवती पीड़िता का लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में मंगलवार शाम को अबॉर्शन करवा दिया गया. डॉक्टरों ने बताया कि पीड़िता की हालत स्थिर है और डीएनए टेस्ट के लिए भ्रूण का सैंपल लिया गया है ताकि आरोपी की पहचान हो सके. डॉक्टरों ने यह निर्णय पीड़िता की सेहत और परिवार की सहमति को ध्यान में रखते हुए लिया.
12 हफ्ते की गर्भवती थी पीड़िता
पीड़िता 12 हफ्ते की गर्भवती थी और उसे रविवार को अयोध्या (Ayodhya) महिला जिला अस्पताल से लखनऊ के केजीएमयू के क्वीन मेरी वार्ड में शिफ्ट किया गया था. अबॉर्शन के लिए परिवार की सहमति और डॉक्टरों की सलाह पर गर्भपात करवाया गया. फिलहाल किशोरी स्वस्थ है. पुलिस ने भी आरोपी की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट करवाने का निर्णय लिया है, हालांकि पुलिस की तरफ से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
सपा नेता और उसके नौकर पर गैंगरेप का आरोप
अयोध्या (Ayodhya) में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अवधेश प्रसाद के करीबी सपा नेता मोईद खान और उसके नौकर राजू खान पर आरोप है कि दोनों ने किशोरी का लंबे समय तक शारीरिक शोषण किया. इसका पता तब चला जब पीड़िता के पेट में दर्द हुआ और डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि वह गर्भवती है. इसके बाद पूरा मामला सामने आया.
सरकार और प्रशासन की कार्यवाही
गैंगरेप और आरोपी के सपा नेता होने के बाद यह मामला तूल पकड़ गया. सरकार और जिला प्रशासन तुरंत एक्शन में आए और भदरसा के नगरअध्यक्ष मोईद खान और उसके नौकर राजू खान को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा जिला प्रशासन ने मोईद खान के खिलाफ बुलडोजर एक्शन भी शुरू कर दिया है. इस मामले ने सामाजिक और राजनीतिक हलकों में गहरा असर छोड़ा है और प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही से न्याय की उम्मीद बंधी है. पीड़िता की सेहत पर नजर रखते हुए आगे की कार्यवाही की जाएगी.
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