Ayodhya Deepotsav 2024: अयोध्या में बुधवार को दीपोत्सव का भव्य और अद्वितीय आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के नेतृत्व में यह पर्व न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक महत्व का भी प्रतीक बन गया है। कार्यक्रम के दौरान रामकथा पार्क में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपस्थित श्रद्धालुओं और अयोध्यावासियों को संबोधित किया। दीपोत्सव का आठवां संस्करण यहां उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं के लिए दिव्यता और श्रद्धा का संगम बन गया।
“दीप केवल दीप नहीं, यह सनातन धर्म का विश्वास है” – योगी
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी ने दीपोत्सव के पहले संस्करण को याद करते हुए कहा कि तब अयोध्या में रामकथा मंडप छोटा था, और उस समय लोग उनसे एक ही नारा लगाते थे, “योगी जी एक काम करो, मंदिर का निर्माण करो।” उन्होंने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि दीप केवल एक दीप नहीं बल्कि सनातन धर्म का विश्वास हैं। उन्होंने कहा, “मुझे भरोसा था कि भगवान श्रीराम की कृपा जरूर बरसेगी।” उन्होंने पीएम मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि महामारी के कठिन समय में भी 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर का शिलान्यास कर भगवान राम का सपना साकार किया।
“अयोध्या को अब साबित करना होगा” – सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अयोध्या से बीजेपी प्रत्याशी की हार का जिक्र करते हुए अपना दर्द साझा किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने अयोध्या के लिए हर वादा पूरा किया, लेकिन अब एक बार फिर से अयोध्या की बारी है। उन्होंने जनता से कहा कि बार-बार मां सीता की अग्निपरीक्षा नहीं होनी चाहिए और इस ‘अभिशाप’ से बाहर निकलना होगा। योगी ने कहा कि अयोध्या के लोग अब इस बात को सुनिश्चित करें कि अयोध्या का गौरव और सम्मान हमेशा बना रहे।
“2024 अयोध्या के लिए अद्वितीय, अलौकिक और अनुपम वर्ष”
सीएम योगी ने 2024 के दीपोत्सव को अयोध्या के लिए अद्भुत, अलौकिक और अनुपम बताते हुए कहा कि इसी साल 22 जनवरी को 500 वर्षों के इंतजार के बाद भगवान श्रीराम अपनी जन्मभूमि पर विराजमान हुए थे। उन्होंने कहा कि यह अवसर हमें उन सभी आत्माओं को स्मरण करने का है जिन्होंने अपने जीवन का समर्पण रामजन्म भूमि आंदोलन के लिए किया। उन सभी पूज्य संतों को नमन करते हुए योगी ने कहा कि ये पर्व उन सभी के प्रति आभार प्रकट करने का है।
“अयोध्या की सड़कों पर अब दिखाई देता है बदलाव”
मुख्यमंत्री योगी ने 2017 से पहले की अयोध्या की स्थिति पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि तब यहां बिजली की भी समस्या थी और सड़कों, घाटों और मंदिरों की स्थिति अच्छी नहीं थी। उन्होंने उन लोगों की आलोचना की जिन्होंने सनातन धर्म और इस विरासत को नजरअंदाज किया और भगवान के अस्तित्व पर प्रश्न उठाए। योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने वादा किया था और जो कहा, वो कर दिखाया। अयोध्या को अब भव्य और दिव्य रूप देने का समय आ गया है और इसके लिए अयोध्यावासियों को एक बार फिर आगे आना होगा।
“दीपोत्सव का हर दीप हमारे विश्वास का प्रतीक”
दीपोत्सव के इस आठवें संस्करण को लेकर सीएम योगी ने अत्यंत उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि देशभर से आए श्रद्धालुओं का अयोध्या में दर्शन के लिए उमड़ना इस पर्व की विशेषता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह एक अत्यंत आह्लादित करने वाला क्षण है जब अयोध्या में दीपों की रोशनी से हर कोना जगमगा रहा है। उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि वे भी दिन देखे हैं जब अयोध्या और सरयू मइया को लहूलुहान करने वाले लोग इसे उपेक्षित कर गए थे, लेकिन अब अयोध्या का वैभव लौट आया है।
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“मां सीता की अग्निपरीक्षा अब नहीं होनी चाहिए”
मुख्यमंत्री योगी ने अपने संदेश में एक बार फिर से जोर देते हुए कहा कि मां सीता की अग्निपरीक्षा बार-बार नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अयोध्यावासियों से आग्रह किया कि इस अभिशाप से बाहर निकलें और अयोध्या को उसका खोया हुआ गौरव वापस दिलाएं। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम की नगरी को अब फिर से साबित करने का समय आ गया है और इसके लिए हर एक अयोध्यावासी को योगदान देना होगा।
अयोध्या दीपोत्सव 2024: एक नई दिशा, एक नया प्रकाश
अयोध्या दीपोत्सव का यह पर्व न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह संपूर्ण देश के लिए एकता और विश्वास का संदेश भी है। इस दीपोत्सव ने अयोध्या को एक नई दिशा और नई पहचान दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या की प्राचीन विरासत को पुनः स्थापित करने का यह प्रयास पूरे देश को प्रेरणा देता है। दीपों की जगमगाहट के बीच अयोध्या ने आज यह संदेश दिया कि धर्म, संस्कृति और परंपरा की शक्ति से ही समाज का पुनर्निर्माण संभव है।