Deepotsav in Ayodhya-2024: अयोध्या, भगवान श्रीराम की नगरी, इस बार के दीपोत्सव में एक नया इतिहास रचने को तैयार है। सरयू के तट पर बने राम की पैड़ी को 25 लाख दीयों से सजाने का लक्ष्य रखा गया है, जो एक विश्व रिकॉर्ड बनेगा। करीब 30,000 स्वयंसेवक दीपों में तेल और बाती डालने के अंतिम चरण में जुटे हैं, ताकि शाम होते ही अयोध्या की यह पवित्र भूमि दीयों की रोशनी में जगमगा उठे।
रामायण कालीन झांकियां बनी आकर्षण का केंद्र
इस ऐतिहासिक दीपोत्सव में रामायण कालीन प्रसंगों को दर्शाती खूबसूरत झांकियों का आयोजन किया गया है, जो शहर में जगह-जगह भ्रमण कर रही हैं। इन झांकियों को देखने के लिए भारी संख्या में भक्त उमड़े हैं, और जल्द ही ये झांकियां रामकथा पार्क में पहुंचेंगी। रामायण के विभिन्न पात्रों की झलकियों ने अयोध्या के इस त्योहार को और अधिक भव्य बना दिया है।
मुख्यमंत्री योगी ने खुद खींचा भगवान राम का रथ
भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता के स्वागत के लिए विशेष आयोजन किया गया। पुष्पक विमान से अवतरण के बाद भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और सीता जी को रथ पर विराजमान किया गया। खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं भगवान राम के रथ की रस्सी थामी और उनका रथ खींचा। इस दौरान राज्य के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक भी उनके साथ आए।
सीएम योगी ने राजा राम और लक्ष्मण का तिलक कर उन्हें सम्मानित किया, और पूरे दीपोत्सव के दौरान इस क्षण ने सभी की भावनाओं को गहराई से छू लिया। मंच पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने राजा राम और लक्ष्मण का तिलक कर उनका अभिनंदन किया, और उनके लिए विशेष आरती भी की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है जिसने हमेशा सभी को अपनाया और किसी से भेदभाव नहीं किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी टीम के साथ रामकथा पार्क पहुंच चुके हैं, जहां वह रामायण कालीन प्रसंगों पर आधारित झांकियों का स्वागत करेंगे। झांकियों का यह मेगा शो सुबह से ही शुरू हो चुका है, जिसमें अध्यात्म, संस्कृति और परंपरा का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। इस मौके पर अन्य राज्यों से आए कलाकारों की भी विशेष प्रस्तुतियां होंगी।
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देशभर के कलाकार देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
दीपोत्सव में अन्य राज्यों के कलाकार भी अपनी-अपनी प्रस्तुतियों से चार चांद लगा रहे हैं। मध्य प्रदेश से निधि चौरसिया की टीम बधावा नृत्य, असम से सनहल देवी बीहू नृत्य, महाराष्ट्र से श्रद्धा लावणी, तेलंगाना के श्रीधर विश्वकर्मा गुसादी नृत्य, झारखंड के सृष्टिधर महतो छाऊ नृत्य, बिहार की महिमा झिझिंया, राजस्थान की ममता देवी कालबेलिया/घूमर लोक नृत्य और जम्मू के मोहम्मद यसीन रउफ लोकनृत्य प्रस्तुत करेंगे। इस भव्य आयोजन का लाइव प्रसारण दूरदर्शन और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर भी किया जा रहा है, ताकि देशभर के लोग इस अद्वितीय दीपोत्सव का आनंद अपने घरों से ले सकें।
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सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, यूपी पुलिस अलर्ट पर
अयोध्या के इस महापर्व को देखते हुए यूपी पुलिस ने पूरे शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। डीजीपी प्रशांत कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित की है। अयोध्या के सभी धर्मशालाओं, होटलों, ढाबों आदि पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की जा रही है। राम की पैड़ी की ओर जाने वाले 17 मार्गों को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है और सिर्फ पास धारकों को ही अनुमति दी गई है।
रामलला की प्रतिष्ठा के बाद पहला दीपोत्सव
भगवान राम के मंदिर में इस बार बालक राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार दीपावली मनाई जा रही है, जिसके चलते अयोध्यावासियों के चेहरे पर विशेष खुशी नजर आ रही है। मंदिर की भव्यता और रोशनी में सराबोर यह दीपोत्सव न सिर्फ अयोध्या बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए एक पावन क्षण बन गया है। अयोध्या में इस बार का दीपोत्सव न केवल दीपों से जगमगाता पर्व है, बल्कि संस्कृति, धर्म और आस्था का संगम है, जो आने वाले समय में एक मिसाल के तौर पर याद रखा जाएगा।
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