Rajasthan: फर्जी दस्तावेज के आधार पर नाम बदलकर देश में रहने वाले नागरिक के ऊपर एटीएस ने नकेल कसी है. मामला राजस्थान का है, जहां पर एटीएस के हाथ बड़ी सफलता हाथ लगी है. बांग्लादेश का एक व्यक्ति अपने फर्जी दस्तावेज के साथ रह रहा था, जिसे एटीएस ने जयपुर से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को कोर्ट में पेश करने पर पांच दिन की रीमांड ली है. बता दे कि फर्जी दस्तावेज बनाने में मदद करने वाले दो अन्य व्यक्ति को एटीएस ने अपनी गिरफ्त में लिया है.
इलाज के दौरान कागजों में गड़बड़ी होने का हुआ संदेह
बताते चले कि जोधपुर में उपचार कराने पहुंचे एक व्यक्ति के कागजों में गड़बड़ी होने का संदेह हुआ. जिसके बाद अस्पताल की ओर से पुलिस को इस बात की जानकरी दी गई. इसके बाद पड़ताल में जैसलमेर के एक होटल में किशोर कुमार बनकर कार्य करने वाले व्यक्ति की पहचान बांग्लादेश के मोहम्मद मेहमूद आलम के रूप में हुई. जानकारी में सामने आया कि वह मूलरूप से बांग्लादेश का नागरिक है, जो कि लंबे समय से भारत में किशोर कुमार के नाम से अलग-अलग शहरों में रहकर होटल में काम कर रहा था. प्रारंभिक जांच में उसके दिल्ली, अमृतसर और जैसलमेर में काम करने की बात सामने आई है.
फर्जी दस्तावेज बनाने वाले का खुलास
आपको बता दे कि एटीएस ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ की तो उसमें सामने आया कि उसने जयपुर में अपना आधार कार्ड और वोटर आइडी कार्ड बनवाए थे. इस बात के सामने आने के बाद पुलिस ने वहां का पता लगाया, जहां से फर्जी दस्तावेज बनाए गए थे. पुलिस की काफी जांच पड़ताल के बाद परमानंद भेरवानी और दीपक यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया.