Kathua Terror Attack: भारतीय सेना ने कठुआ (Kathua) के बिलावर के बदनोता क्षेत्र में आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान को तेज कर दिया है। यह अभियान पिछले हफ्ते पांच जवानों के बलिदान का बदला लेने के लिए चलाया जा रहा है। गुरुवार को जिला पुलिस लाइन कठुआ में जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन, पंजाब के डीजीपी और सेना के उच्च अधिकारी बैठक के लिए पहुंचे। इस बैठक में खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, यह बैठक एजेंसियों के बीच समन्वय मजबूत करने के लिए आयोजित की गई थी। इस दौरान आतंकी हमलों को रोकने और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर मंथन हुआ। बैठक के बाद एक रिपोर्ट गृह और रक्षा मंत्रालय को भेजी जाएगी।
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सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का जायजा
पुलिस ने ट्रैक्टर चालक समेत 23 संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। सेना ने सर्जिकल ऑपरेशन के लिए पैरा कमांडो को जंगल में उतारा है और चॉपर और ड्रोन की मदद से क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। बुधवार को पश्चिमी कमान के लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार खटयार ने मछेड़ी पहुंचकर घटना स्थल और अभियान का जायजा लिया। सुरक्षा बलों ने खराब मौसम और भौगोलिक चुनौतियों के बावजूद बड़े स्तर पर तलाशी अभियान चलाया।
सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी
कठुआ के साथ ही उधमपुर और डोडा जिले की सीमा से लगते जंगलों को भी खंगाला जा रहा है। सेना के वरिष्ठ अधिकारी लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक से भी पूछताछ की गई, जो हमले के वक्त सैन्य काफिले के ठीक आगे चल रहा था।
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आतंकी हमले का विवरण
बदनोता में आतंकियों ने ग्रेनेड हमले के बाद अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं, जिसमें सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। डोडा में भी मुठभेड़ के बाद घने जंगलों को खंगाला गया। दो दिन पहले कठुआ के माचेड़ी इलाके में आतंकवादियों ने सेना के काफिले पर ग्रेनेड फेंके थे। इस हमले में पांच जवान शहीद हो गए और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
ऑपरेशन की प्रगति
हमले के बाद से बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाकर आतंकियों की तलाश जारी है। इस हमले में आतंकवादियों का एक बड़ा झुंड शामिल था। एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि दो महीने पहले बड़े पैमाने पर घुसपैठ हुई थी। कठुआ में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के पांच जवानों ने अपना बलिदान दिया। यह आतंकी हमला उत्तरी और पश्चिमी कमांड के बीच इंटर फॉर्मेशन बाउंड्री के पास हुआ था।
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अतिरिक्त बलों की तैनाती
इस इलाके में कुछ सप्ताह पहले ही अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया था। सेना के उच्च अधिकारी और खुफिया एजेंसियां लगातार ऑपरेशन की निगरानी कर रही हैं। सुरक्षा बलों का उद्देश्य आतंकियों को पूरी तरह से समाप्त करना और क्षेत्र में शांति स्थापित करना है। भारतीय सेना कठुआ के बदनोता क्षेत्र में आतंकियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चला रही है। सुरक्षा बलों की तत्परता और बलिदान का बदला लेने का संकल्प इस ऑपरेशन को और भी महत्वपूर्ण बनाता है। देश की सुरक्षा एजेंसियां और सेना मिलकर इस चुनौती का सामना कर रही हैं और आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर रही हैं।
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