संवाददाता-आशीष कुमार गुप्ता
Maharajganj: भारत को हमेशा से ही कृषि प्रधान देश माना गया है, जहां की लगभग 80 प्रतिशत आबादी आज भी गांवों में रहती है. हालांकि, विकास के मामले में शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी बहुत फर्क देखा जाता है. केंद्र और राज्य सरकारें हर साल गांवों में विकास कार्यों के लिए लाखों करोड़ों रुपये खर्च करती हैं, फिर भी भारत में ऐसे कई गांव हैं, जहां ग्रामीण जीवन की बुनियादी सुविधाओं का अभाव है.
ग्राम प्रधान और पंचायत सदस्यों की जिमेमदारी

आपको बता दे कि, गांवों में विकास कार्यों की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान, पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्यों पर होती है.इनका मुख्य कार्य गांव के विकास और व्यवस्था की देखरेख करना होता है. इनकी जिममेदारी होती है कि केंद्र और राज्य सरकारों से मिलने वाली राशि से गांव में विभिन्न निर्माण कार्यों को पूरा करें. जैसे कि गांव के समग्र विकास को सुनिश्चित करना है. ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर शहरी क्षेत्रों के मुकाबले कम होता है.
शिक्षा, बुनियादी सुविधाएं और सामुदायिक विकास

ग्राम प्रधान का यह कर्तव्य बनता है कि वह सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए कदम उठाए. साथ ही, गरीब और अनपढ़ परिवारों के बच्चों को शिक्षा का महत्व समझाकर उन्हें प्रोत्साहित करे. इसके अलावा सड़कों का निर्माण, जल निकासी की उचित व्यवस्था, पशुओं के लिए पानी की सुविधा, किसानों के लिए सरकारी ट्यूबवेल की व्यवस्था, नालियों की सफाई, और ग्राम पंचायत के मंदिर-मस्जिदों में बिजली की व्यवस्था. इसके अतिरिक्त, विभिन्न धर्मों के लिए कब्रिस्तान और दाह संस्कार स्थल का निर्माण भी पंचायत सदस्यों की जिम्मेदारी होती है.
जनता के सवालों का जवाब

गांवों में जल्द ही पंचायत चुनाव होने वाले है. ऐसे में एक बार फिर लोग गांव की सरकार चुनेंगे. लेकिन उससे पहले लोगों के मन में कई तरह के सवाल है. अब जाहिर सी बात है कि ग्राम प्रधान,पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य चुनते समय जनता के मन में कई तरह के सवाल होंगे जैसे कि 5 सालों में गांव का कितना विकास हुआ. जनता यह भी जानना चाहती है कि उनके सरपंच, जिला पंचायत सदस्य या ब्लॉक प्रमुख ने 5 साल में क्षेत्र में विकास के नाम पर क्या-क्या काम कराए…ऐसे में प्राइम टीवी के संवाददाता लगातार गांवों के विकास कार्यों की सच्चाई जानने के लिए जनता के बीच पहुंच रहे है.
गांवों के विकास का सच

बताते चले कि, केंद्र और राज्य सरकार लगातार गांव के विकास पर अपना जोर दे रही हैं. पीएम मोदी का विजन है कि गांव बदलेगा तभी देश बदलेगा. ऐसे सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं का लाभ क्या जनता तक मुहैया कराई जा रही हैं. इसकी हकीकत जानने के लिए प्राइम टीवी के संवाददाता आशीष कुमार गुप्ता ने महराजगंज जनपद स्थित ग्राम सभा कोल्हुई का रियलिटी जाना.
प्राइम टीवी की रिपोर्ट में खुलासा

प्राइम टीवी के संवाददाता का सवालों का जवाब देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बैठी सरकार ने ग्राम सभा का विकास बढ़ चढ़कर करवाया है. जब जनता से पूछा गया कि सरकार की किस योजना का उन्हें लाभ मिल रहा है तो अधिकांश लोग प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित मिले. हमारे संवाददाता ने जब उनसे पूछा कि उनको आवास के लिए कितना पैसा मिला तो उनका जवाब एक लाख 20 हजार रुपये यही नही ग्रामीण राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही निशुल्क राशन वितरण से बहुत खुश दिखाई दिए और सरकार की प्रसंशा भी करते नजर आए.
ग्राम प्रधान रामकेश प्रजापति का दावा

प्राइम टीवी से बातचीत में ग्राम प्रधान रामकेश प्रजापति ने बताया कि उनके द्वारा ग्राम सभा मे बहुत से विकास कार्य करवाये गए है जिनमे दुर्गा मंदिर पर स्थित अमृत सरोवर के तहत पोखरे का जीर्णोद्धार जो कई ग्राम सभाओं में चर्चा का विषय बना हुआ है. महिलाओं के लिए पिंक शौचालय, पुरूषों के लिए सामुदायिक शौचालय, आरसीसी सड़क का निर्माण गांव को साफ व सुंदर रखने के लिए नालियों का निर्माण और कुछ काम अभी आगे के कार्यकाल में ऒर भी विकाश के कार्य करवाना है जिसके लिए उन्होंने जिलाप्रशासन से मदद करने की भी गुहार लगाई है।