Terrorist Attack in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के दक्षिण कश्मीर के तराल में फिर एक बार आतंकियों ने गैर-कश्मीरी व्यक्ति पर हमला किया है. इस बार आतंकियों ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बिजनौर निवासी शुभम कुमार (Shubham Kumar) को अपना शिकार बनाया. ये घटना सुबह करीब 6 बजे की बताई जा रही है, जब शुभम कुमार को दाएं हाथ पर गोली मारी गई. फिलहाल शुभम कुमार अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
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पुलिस ने घटना का किया खंडन
बताते चले कि इस घटना पर जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) पुलिस ने कहा है कि घटना की कारणों की जांच की जा रही है. संबंधित पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और जल्द ही सच्चाई सामने लाई जाएगी. हालांकि, पुलिस ने फिलहाल इस हमले की पुष्टि नहीं की है. दरअसल, यह ताजा हमला उस घटना के कुछ ही दिनों बाद हुआ है, जिसमें रविवार को सेंट्रल कश्मीर के गांदरबल (Ganderbal) जिले में आतंकियों ने प्रवासी श्रमिकों के शिविर पर हमला किया था. इस हमले में सात लोगों की जान चली गई थी, जिसमें छह श्रमिक और एक डॉक्टर शामिल थे. आतंकियों ने कैंप पर अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिससे इलाके में डर और भय का माहौल बन गया था.
घटना के बाद राजनीतिक प्रतिक्रिया
आपको बता दे कि गांदरबल (Ganderbal) की घटना के बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और कई अन्य नेताओं ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी. हमले के तुरंत बाद गगनगीर क्षेत्र में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम पहुंची और जांच शुरू की. बता दे कि हमले के तीन दिन बाद पुलिस के हाथ कुछ महत्वपूर्ण सबूत लगे हैं. दरअसल, एक सीसीटीवी फुटेज सामने आई है जिसमें दो संदिग्ध आतंकियों की तस्वीरें देखी गई हैं. यह फुटेज उसी कैंप की है जहां पर आतंकियों ने हमला किया था. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ये आतंकी पाकिस्तानी होने की आशंका जताई जा रही है. पुलिस ने हालांकि, अब तक इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है और जांच जारी है.
घने जंगलों में था शिविर, आतंकियों ने उठाया फायदा
मिली जानकारी के अनुसार, रविवार की रात करीब 8 बजकर 15 मिनट पर आतंकियों ने शिविर पर ऑटोमेटिक हथियारों से गोलीबारी की थी. यह घटना उस समय हुई जब श्रमिक खाना खाने के लिए मेस के पास पहुंचे थे. शिविर और मेस घने जंगलों के बीच स्थित थे, जिसका फायदा उठाकर आतंकियों ने इस घटना को अंजाम दिया. आतंकी हमलों की इन घटनाओं के चलते जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में रह रहे गैर-कश्मीरी लोगों में डर और चिंता का माहौल है. ये हमले ऐसे समय में हो रहे हैं जब राज्य में सुरक्षा एजेंसियां कड़ी चौकसी बरत रही हैं. फिर भी, आतंकियों द्वारा इस तरह के हमले किए जा रहे हैं जो कि सुरक्षा पर सवाल खड़ा करते हैं.
सरकार और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने हमलों के बाद सतर्कता बढ़ा दी है. संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई जा रही है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. सरकार का कहना है कि इन हमलों को अंजाम देने वाले आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही उन्हें कानून के सामने लाया जाएगा. जम्मू-कश्मीर में गैर-कश्मीरी लोगों पर हुए ये हमले स्थानीय लोगों और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गए हैं.