सहारनपुर संवाददाता- नज़म मंसूरी
सहारनपुर। रविवार को डीआईजी सहारनपुर रेंज अजय कुमार साहनी, एसएसपी विपिन ताड़ा व एसपी सिटी अभिमन्यु मंगलिक ने प्रेसवार्ता कर आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर पर हुए जानलेवा हमला का किया खुलासा। डीआईजी प्रेसवार्ता में बताया की युवकों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमों का गठन किया गया था।
पुलिस पूछताछ में चारो युवकों ने बताया गया की भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर के द्वारा दिल्ली एनसीआर व कई अन्य जगह पर दिए गए बियानों से नाराज होकर ये कदम उठाया था। डीआईजी ने बताया की चारो युवकों को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया हैं। पुलिस ने चारो युवक के पास से हरियाणा नंबर की कार सहित अवैध हथियार बरामद किए हैं। यूपी के डीजीपी द्वारा जल्द खुलासा करने वाली टीम को पचास हजार का इनाम की घोषणा की गई हैं व अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
- डीआईजी सहारनपुर रेंज ने प्रेस वार्ता में चंद्रशेखर पर हुए जानलेवा हमले का किया खुलासा
- पुलिस की पांच टीमों ने 72 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद की गई गिरफ्तारी
- पुलिस टीम ने चार युवकों को गिरफ्तार किया, कार व अवैध असलहा बरामद
क्या हैं पूरा मामला
जानकारी के अनुसार बुधवार को एक कार्यक्रम से लौटते वक्त भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर पर एक कार्यक्रम से लौटते वक्त हरियाणा नंबर कार सवार युवकों ने जान से मरने की नियत से कई राउंड फायरिंग की थी। फायरिंग में चंद्रशेखर आजाद सहित उनके साथी बाल बाल बच गए थे, जिसमे एक गोली उनकी कमर से छूकर निकल गई थी। जिसके बाद उनको जिला अस्पताल में आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया था। ठीक होने के पश्चात उनको डिस्चार्ज कर दिया था।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए युवक
- लवीश उर्फ अभिषेक पुत्र वीरेंद्र निवासी ग्राम रणखंडी
- विकास उर्फ विक्की पुत्र प्रीतम निवासी रणखंड़ी
- प्रशांत पुत्र विक्रम सिंह निवासी ग्राम रणखण्डी
- विकास उर्फ विक्की पुत्र शिवकुमार निवासी ग्राम गौंदर निसिंग जिला करनाल
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
1.क्षेत्राधिकारी देवबंद अपनी टीम के साथ
2.थाना देवबंद प्रभारी हृदय नारायण अपनी पुलिस टीम के साथ
3.थाना सरसावा प्रभारी सूबे सिंह अपनी पुलिस टीम के साथ
4.सर्विलांस और एसओजी सहारनपुर टीम
- एसपी सिटी अभिमन्यु मंगलिक व एसपी देहात सागर जैन के नेतृत्व में पूर्व गठित टीम के विभिन्न निरक्षक उप निरक्षक