Andhra Pradesh Explosion: आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले के कोटावुराटला क्षेत्र में शुक्रवार को एक पटाखा निर्माण इकाई में अचानक भीषण आग लग गई। इस हादसे में दो महिलाओं समेत कुल आठ लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। गृह मंत्री वी. अनिता ने जानकारी दी कि आग की चपेट में आए सभी घायलों को त्वरित रूप से नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
आपको बता दे् कि, हादसे के समय फैक्ट्री में कई मजदूर काम कर रहे थे, जिनमें से कुछ ने भागकर अपनी जान बचाई, लेकिन कई लोग आग में झुलस गए। आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्राथमिक जांच में माना जा रहा है कि फैक्ट्री में रखे ज्वलनशील पदार्थों के चलते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।
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मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जताया शोक
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे पर गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने गृह मंत्री वी. अनिता और जिला प्रशासन से बात कर राहत और बचाव कार्यों को तेज करने का निर्देश दिया। सीएम ने यह भी कहा कि घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाए ताकि किसी की भी जान ना जाए। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और गृह मंत्री अनिता से फोन पर बात कर हादसे की पूरी जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि अस्पताल में इलाज करवा रहे घायलों को किसी प्रकार की कमी न हो। उन्होंने घायलों के परिवारों से भी सहानुभूति प्रकट की और उन्हें मजबूत बने रहने का आग्रह किया।
सरकार करेगी पीड़ितों के परिवारों की हरसंभव मदद
मुख्यमंत्री नायडू ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार पीड़ितों और उनके परिवारों की हरसंभव सहायता करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि घटना की विस्तृत जांच की जाए और जल्द से जल्द एक रिपोर्ट सौंपने को कहा। इस हादसे में घायल हुए मजदूरों में से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी निगरानी में लगी हुई है। गृह मंत्री अनिता ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा भी लिया और आश्वासन दिया कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राज्य सरकार की ओर से प्रभावित परिवारों को आर्थिक मदद देने और मृतकों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल की निगरानी कर रहे हैं और राहत कार्यों को युद्ध स्तर पर अंजाम दिया जा रहा है। कोटावुराटला की यह घटना न केवल एक औद्योगिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी जानलेवा साबित हो सकती है। सरकार अब जांच के जरिए यह सुनिश्चित करना चाहती है कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न दोहराई जाएं।
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