Mathura: अंबानी परिवार में हुई शादी देश से लगाकर विदेशों तक चर्चा का विषय बनी हुई है. इस शादी में देश-विदेश की बड़ी-बड़ी हस्तियां शामिल हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अनंत अंबानी के शादी के कार्ड की कीमत लाखों रुपए है. इस शादी समारोह के कार्ड को लेकर अब विवाद शुरु हो गया है.ये मामला श्री यमुना जी के मंदिर स्थलों में उनके कार्ड के वितरण सं संबंधित है. ब्रज के प्रमुख मंदिरों में इस कार्ड को भेजा गया था, जहां इसे मंदिर की सेवायता करने वालों को सौंपा गया था. इसके बाद मथुरा के प्रमुख तीर्थस्थल, श्री यमुना जी मंदिर, विश्राम घाट, सैयद गोवर्धन के गिरिराज जी मंदिर और बांके बिहारी मंदिर तक यह कार्ड पहुंचा.
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कर्मचारियों ने ठगी की संभावना जताई
बताते चले कि बाद में, इस कार्ड को बिचौलियों ने वापस ले लिया और इसे खिंची गई फोटो के साथ वापस ले गए. इस मामले में बताया गया है कि इस कार्ड की कीमत सात लाख रुपये है और इसे मंदिर से जुड़े सेवायता कर्मचारियों ने ठगी की संभावना जताई है.अंबानी परिवार ने बांके बिहारी मंदिर, गिरिराज जी मंदिर, और श्री यमुना जी को इस शादी के निमंत्रण के रूप में इस कार्ड को भेजा था.
सेवायता कर्मचारियों ने इस मामले पर आपत्ति जताई
आपको बता दे कि कार्ड को लेकर बिचौलियों ने गिरिराज महाराज के सामने और श्री यमुना जी के सामने प्रस्तुत किया और एक फोटो भी खिंचवाया. इसके बाद, वे इस कार्ड को लेकर यहां से उठा लिया. मंदिर से जुड़े सेवायता कर्मचारियों ने इस मामले पर आपत्ति जताई है और इसे श्री यमुना जी का अपमान माना है, जिससे उनके भक्तों की भावनाओं को आहत किया गया है.
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सेवायती पुजारी ने बताया पूरा मामला
विश्राम घाट यमुना मंदिर के संरक्षक और सेवायती पुजारी सुभाष चतुर्वेदी ने बताया कि कुछ व्यक्ति यमुना मंदिर में आकर अंबानी परिवार के शादी के कार्ड को लेकर आए थे. उन्होंने यमुना जी के चरणों में कार्ड रखने का अनुरोध किया और फोटो भी खींचा. पुजारी ने उन्हें कार्ड वापस करने के लिए कहा, लेकिन इस पर उन्हें असंतुष्टि हुई और उन्होंने फिर कार्ड खोलकर एक फोटो ली. इसके बाद उन्होंने फिर से कार्ड वापस करने का अनुरोध किया.
पुजारी ने सीसीटीवी फुटेज को जारी किया
इसी कड़ी में आगे पुजारी ने बताया कि उन्हें लिफाफा भी दिया गया था, लेकिन वे उसे नहीं ले सके. इसके बाद पुजारी ने बताया कि यह एक अपमान है क्योंकि यमुना जी के इस पवित्र स्थान पर ऐसे कार्य करना उचित नहीं है. उन्होंने माफी मांगने को कहा और कार्ड को यमुना जी के चरणों में स्थापित करने की अपील की.मंदिर सेवायत पुजारी ने सीसीटीवी फुटेज को जारी किया और इस घटना को एक सामाजिक विवाद के रूप में दर्ज किया. उन्होंने कहा कि इस घटना से यमुना जी का अपमान हुआ है और इसे सुलझाने के लिए समाज को संज्ञान लेना चाहिए.
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