MP News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने इंदौर में एक भव्य समारोह के दौरान मध्य प्रदेश (MP) के सभी 55 जिलों में ‘प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय’ (PM College of Excellence) का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की नई शिक्षा नीति (NEP) लाने की दूरदर्शिता की सराहना की और कहा कि यह नीति अगले 25 वर्षों की जरूरतों को पूरा करने में सहायक होगी।
नवीन कोर्स और शिक्षा का नवाचार
मध्य प्रदेश के कॉलेजों में अब स्टूडेंट्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लेकर वेद पुराण तक की शिक्षा हासिल कर सकेंगे। इन कॉलेजों में रोजगार देने वाले विषय जैसे लॉजिस्टिक्स, हवाई जहाज से संबंधित कोर्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके साथ ही, युवा पीढ़ी को वेद, उपनिषद, पुराण जैसे प्राचीन भारतीय ज्ञान का भी अध्ययन करने का अवसर मिलेगा।
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आईआईटी-आईआईएम की तर्ज पर कॉलेजों का विकास
प्रदेश के ‘प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय’ (PM College of Excellence) को आईआईटी-आईआईएम की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। विद्यार्थी एक रुपये रोज के किराये पर बस से कॉलेज आ-जा सकेंगे। हरदा के स्वामी विवेकानंद कॉलेज को भी प्रधानमंत्री कॉलेज के रूप में विकसित किया गया है। यह पहल विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए की गई है।
नई शिक्षा नीति का महत्व
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है, जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा। शाह ने कहा, “एनईपी इसमें एक प्रमुख भूमिका निभाएगी। एक विकसित राष्ट्र बनने के लिए शिक्षा की नींव मजबूत रखनी होगी और पीएम मोदी ने एनईपी लाकर दूरदर्शिता दिखाई है, जो अगले 25 वर्षों की जरूरतों को पूरा करती है।”
उच्च शिक्षा के मंत्री और अन्य अधिकारी भी रहे मौजूद
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार सहित अन्य मंत्री और अधिकारी भी उपस्थित थे। इन एक्सीलेंस कॉलेजों में नई शिक्षा नीति के तहत सभी कोर्स उपलब्ध कराए जाएंगे और सभी तरह के संसाधन भी संस्थानों में उपलब्ध कराए जाएंगे।
रोजगार-उन्मुख शिक्षा का लक्ष्य
इन एक्सीलेंस कॉलेजों में एनईपी के अनुसार सभी कोर्स उपलब्ध कराए जाएंगे और रोजगार-उन्मुख शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य होगा। ये कॉलेज 486 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर बन रहे हैं, जो राज्य के शिक्षा के ढांचे को मजबूत करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अन्य राज्यों से पहले एनईपी लागू करने के लिए मध्य प्रदेश की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। एनईपी इसमें एक प्रमुख भूमिका निभाएगी।”
सभा को किया संबोधित
कार्यक्रम में उपस्थित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति राज्य के सभी छात्रों को वैश्विक मानकों के अनुसार शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देगी। इंदौर में आयोजित इस उद्घाटन समारोह ने मध्य प्रदेश के शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ा है। ‘प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय’ के माध्यम से राज्य के युवा अब आधुनिक और पारंपरिक दोनों ही प्रकार की शिक्षा से लाभान्वित होंगे। यह पहल राज्य के शिक्षा के स्तर को न सिर्फ ऊंचाइयों पर ले जाएगी, बल्कि भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
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