Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर विधानसभा सत्र (Jammu and Kashmir Assembly session) का तीसरा दिन भी पहले दो दिनों की तरह हंगामेदार रहा जहां नेशनल कॉन्फ्रेंस नेताओं ने बीजेपी विधायकों के हंगामे के बीच आर्टिकल 370 की बहाली का प्रस्ताव पेश किया।बीजेपी विधायकों के विरोध के बीच डिप्टी सीएम सुरेंद्र चौधरी (Surendra Choudhary) ने विधानसभा में आर्टिकल 370 की बहाली का प्रस्ताव पेश किया जिसे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का समर्थन मिला लेकिन बीजेपी विधायकों ने प्रस्ताव को राष्ट्र विरोधी एजेंडा बताते हुए 5 अगस्त जिंदाबाद और जहां हुए बलिदान मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है जैसे नारे लगाए।
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जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की बहाली का प्रस्ताव पास
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेताओं की ओर से आर्टिकल 370 (Article 370) की बहाली के लिए पेश किए गए प्रस्ताव पर बीजेपी ने इसको मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेताओं को लोगों को इमोशनल ब्लैकमेल करने का बहाना बताया बीजेपी विधायकों ने कहा आर्टिकल 370 को समाप्त करने का फैसला पक्का है।आपको बता दें कि,5 अगस्त 2019 को केंद्र की मोदी सरकार ने संसद में जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से आर्टिकल 370 को समाप्त कर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में बांट दिया था।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने घोषणा पत्र में किया था वादा
केंद्र सरकार के इस फैसले को सुप्रीमकोर्ट (Supreme Court) में भी चुनौती दी गई थी लेकिन 11 दिसंबर 2023 को सुप्रीमकोर्ट की 5 जजों की पीठ ने केंद्र सरकार के इस फैसले को बरकरार रखा।जम्मू-कश्मीर में साल 2014 के बाद इस साल विधानसभा चुनाव हुए हैं जिसमें चुनाव से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने घोषणा पत्र में जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने और आर्टिकल 370 की बहाली का वादा किया था।
डिप्टी सीएम ने विधानसभा में पेश किया प्रस्ताव
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी (Surendra Choudhary) ने विधानसभा में आर्टिकल 370 की बहाली पर प्रस्ताव को अपना समर्थन देते हुए बीजेपी के ऊपर हमला बोला है उन्होंने कहा कि,आर्टिकल 370 के समाप्त होने के बाद सबसे ज्यादा नुकसान जम्मू के लोगों को हुआ है यहां बाहर से आकर लोग जमीन खरीद रहे और अपना रोजगार कर रहे हैं जिससे जम्मू के लोगों का हक छीना जा रहा है।घाटी में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर उपमुख्यमंत्री ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के ऊपर सवाल उठाते हुए कहा,जिस तरह से बीते कई महीनों में राजौरी,कठुआ,चिनाब घाटी और सांबा में आतंकी घटनाएं बढ़ी उसको रोकने में क्या एलजी सफल हो पाए इसका जवाब दें।
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