Amethi News: अमेठी जिले के जायस कस्बे में शिया समुदाय द्वारा हिजबुल (Hizbul) आतंकी हसन नसरल्लाह (Hassan Nasrallah) के समर्थन में जुलूस निकाला गया, जिसके बाद से इलाके में तनावपूर्ण माहौल बन गया है। प्रशासन को इस जुलूस की सूचना मिलने के बाद तुरंत अलर्ट जारी कर दिया गया। पुलिस ने बिना अनुमति के जुलूस निकालने वाले आयोजक और कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
हिजबुल आतंकी नसरल्लाह के समर्थन में नारेबाजी
मंगलवार देर शाम को जायस कस्बे में शिया समुदाय (Shia community) के लोग बिना किसी सरकारी अनुमति के सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों ने आतंकी हसन नसरल्लाह के समर्थन में नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान लोग हाथों में नसरल्लाह की तस्वीरें और उसके पोस्टर लेकर “कम बैक” और “हिजबुल्ला” जैसे नारे लगाते हुए दिखाई दिए। यह प्रदर्शन जायस कस्बे में किया गया, जहां काफी संख्या में शिया समुदाय के लोग शामिल हुए थे।
प्रदर्शन से क्षेत्र में फैला तनाव
जुलूस के कारण जायस कस्बे में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। लोगों के बीच डर और असुरक्षा की भावना बढ़ने लगी। यह जुलूस पूरी तरह से अवैध था, क्योंकि इसके लिए स्थानीय प्रशासन से किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई थी। जैसे ही प्रशासन को इसकी सूचना मिली, पुलिस और अन्य संबंधित विभाग हरकत में आ गए और मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई शुरू कर दी।
आयोजक और कई प्रदर्शनकारी पुलिस की हिरासत में
प्रशासन ने जुलूस को अवैध मानते हुए तत्काल प्रभाव से आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस ने मौके से कई लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। इसके साथ ही अन्य प्रदर्शनकारियों की पहचान कर उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस का बयान: ‘कानून तोड़ने पर होगी सख्त कार्रवाई’
इस पूरे मामले पर सीओ तिलोई अजय सिंह ने जानकारी दी कि जायस कस्बे में बिना अनुमति भीड़ एकत्र कर नारेबाजी करने के मामले में थाना जायस पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह के अवैध प्रदर्शन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा रही है। आयोजकों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, और आगे की जांच के बाद सख्त कदम उठाए जाएंगे।
अवैध जुलूस ने बढ़ाया प्रशासन का सिरदर्द
हिजबुल आतंकी के समर्थन में निकाले गए इस जुलूस ने प्रशासन के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। शिया समुदाय के इस कदम को लेकर कई राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। ऐसे समय में, जब देशभर में आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सख्ती से निपटने की बात हो रही है, इस तरह के प्रदर्शन और नारेबाजी से लोगों में आक्रोश का माहौल बन गया है।
अमेठी में बढ़ रही धार्मिक और राजनीतिक हलचल
इस घटना के बाद अमेठी में राजनीतिक और धार्मिक रूप से हलचल मच गई है। हिजबुल आतंकी के समर्थन में प्रदर्शन और नारेबाजी से क्षेत्र में आपसी तनाव बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। राजनीतिक दल भी इस मामले को लेकर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। इस पूरे मामले ने प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना अनुमति के जुलूस निकालने के बावजूद प्रशासन को पहले से इस बारे में जानकारी क्यों नहीं थी, यह सवाल अब चर्चा में है। साथ ही, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती के बावजूद ऐसे प्रदर्शन कैसे हो जाते हैं, इस पर भी सवाल उठ रहे हैं।
अमेठी के जायस कस्बे में हुए इस अवैध जुलूस ने प्रशासन को मुश्किल में डाल दिया है। हिजबुल आतंकी के समर्थन में प्रदर्शन और नारेबाजी ने इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए आयोजकों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच की जा रही है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस घटना को कैसे संभालता है और दोषियों पर क्या कार्रवाई करता है।
Lucknow News: सैयद हसन नसरल्लाह की मौत के बाद छोटे इमामबाड़ा में हुई मजलिस, जमकर किया विरोध प्रदर्शन