Viral Video:उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले से एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक छोटी सी बच्ची अपने टूटते हुए घर से भागते हुए अपनी किताबों और कॉपी को बाहर निकालती है। यह दृश्य हर किसी के दिल को छू रहा है, क्योंकि बच्ची के चेहरे पर न तो डर दिखता है, बल्कि वह आत्मविश्वास से भरी हुई नजर आ रही है। जैसे वह कह रही हो, “झोपड़ी तुम आज गिरा दो, ये किताबें रही तो मैं यहां महल बना लूंगी।” इस वीडियो ने ना केवल सोशल मीडिया पर तहलका मचाया, बल्कि इसे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया।
Read more : Double Murder Case: पत्नी के प्रेम-प्रसंग में सिपाही बना हत्यारा! रची खौफनाक साजिश…
बुलडोजर के सामने किताबों के प्रति बच्ची का प्यार

यह वीडियो अंबेडकर नगर के जलालपुर तहसील के अजईपुर गांव का है, जहां प्रशासन द्वारा अवैध निर्माणों को गिराने के लिए बुलडोजर चलाए जा रहे थे। इस कार्रवाई के दौरान, जब बाकी लोग अपने घरों और सामान को बचाने के लिए भाग रहे थे, वहीं कक्षा-1 में पढ़ने वाली यह बच्ची अपने घर के भीतर से अपनी कॉपी और किताबों को निकाल लाती है। इस दौरान उसका चेहरा स्पष्ट रूप से इस बात को दर्शाता है कि उसके लिए किताबें कितनी महत्वपूर्ण हैं, और वह उन्हें कभी नहीं खोना चाहती, चाहे उसकी झोपड़ी गिर जाए।
Read more : Sambhal Violence : संभल हिंसा मामले में जामा मस्जिद के सदर एडवोकेट जफर अली हुए गिरफ्तार! भड़काने के लगे आरोप
वीडियो ने सभी को किया भावुक
इस वीडियो में बच्ची के चेहरे पर कोई डर नहीं, बल्कि वह उम्मीद और विश्वास से भरी हुई नजर आ रही है। उसका मानना है कि अगर किताबें हैं, तो वह अपने जीवन को फिर से संवार सकती है और खुद के लिए एक नया महल बना सकती है। इस मासूम की जिंदादिली और उसकी किताबों के प्रति लगन ने सभी को हैरान कर दिया। उसकी यह छवि एक संदेश देती है कि शिक्षा से बड़ा कोई सम्पत्ति नहीं है, और यह छोटी बच्ची हमें सिखा रही है कि बिना किसी डर के संघर्ष करना चाहिए।
Read more : IAS Abhishek Prakash ने CM योगी के सपनों को लगाया पलीता, सिस्टम में रहकर सिस्टम का कैसे गला घोंटा ?
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने किया वीडियो शेयर
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया। उन्होंने इस घटना को एक बड़ी सिख देने वाली घटना बताया, जिसमें एक बच्ची ने साबित कर दिया कि शिक्षा ही सबसे बड़ी ताकत है और यह किसी भी विपरीत परिस्थिति में उसका साथ नहीं छोड़ सकती।