बिहार (मोतिहारी): संवाददाता- प्रमोद कुमार
मोतिहारी। चार माह के बकाए मानदेय सहित अन्य मांगों को लेकर अब जिले के सभी एंबुलेंस चालक आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी है। इसके पहले आशा बहुओं ने भी मांगो को लेकर सरकार के खिलाफ धरना दे रहे है।
एबुलेंस चालको के हड़ताल से स्वास्थ्य विभाग का कार्यों पर काफी असर पड़ सकता है। अगर एंबुलेंस चालक जल्दी से डियूटी पर नही लौटे तो जिले के सभी स्वास्थ्य विभाग को काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। वहीं एंबुलेंस चालक संघ के जिलाध्यक्ष अतुल कुमार ठाकुर ने कहा, मांग पूरी न होने तक हड़ताल जारी रहेगी।
एक ओर जहां जिले भर के आशा कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से आन्दोरत है और जिले भर के सभी आशा कर्मी अनिश्चतकालीन हड़ताल पर है। और अपने कार्यो का बहिष्कार कर स्वास्थ्य विभाग को नाकों चने चबाने पर मजबूर कर रखा है। वही आज से जिले भर के सभी 102 एम्बुलेंस चालक अपने अपने एम्बुलेन्स का चक्का जाम कर अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है ।
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एंबुलेंस चालको के हड़ताल से प्रभावित हुई स्वास्थ्य व्यवस्थाः
जिससे जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है । आज जिले भर के एम्बुलेंस चालक अपने बकाया वेतन व अन्य मांगों के समर्थन में हड़ताल पर चले गए है। इसके साथ ही अपनी- अपनी गाड़ियों का चक्का जाम कर सदर अस्पताल में अपनी अपनी एम्बुलेंस खड़ी कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए है। और अस्पताल प्रबंधन और जिम्मेवार एजेंसी के खिलाफ जमकर आक्रोश ब्यक्त करते हुए जमकर नारेबाजी की है।
वेतन और मांगे न पूरी होने पर नाराज एंबुलेंस चालकः
चालको का आरोप है कि संबंधित एजेंसी पिछले चार माह का बकाया वेतन नही दे रही है जिसके कारण उनका जिन दुश्वार हो गया है ।सभी के सामने घोर आर्थिक संकट आ गया है और उनका जीना मुहाल हो गया है । एम्बुलेंस चालको का कहना है कि जब तक उनके बकाया वेतन और अन्य मांगों को पूरा नही किया जाता है तब तक वे लोग काम पर वापस नही जाएंगे।