Loksabha Election 2024: 18वीं लोकसभा का आगाज हो चुका है. 19 अप्रैल को पहले चरण में 21 राज्यों में कुल 102 सीटों पर मतदान समपन्न हो चुका है. गर्मी के साथ सियासी तापमान भी इस समय उफान पर है. अब जनता जनार्दन निर्णायक भूमिका में आ गई है. सियासी सरगर्मियों के बीच यूपी की कन्नौज लोकसभा सीट पर सपा ने कन्नौज से प्रत्याशी बदल दिया है. बीते दिन से चल रही अटकलों पर विराम लग गया है और ये अब साफ हो गया है कि इस सीट से सपा मुखिया खुद ही चुनावी मैदान में अपना दम दिखाएंगे.
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किस वजह से कटा तेज प्रताप का टिकट ?
बताते चले कि दो दिन पहले सोमवार को कन्नौज सीट से सपा प्रत्याशी के रूप में तेज प्रताप के नाम का ऐलान किया गया था. उनके नाम के सामने आने के बाद से स्थानीय नेताओं में निराशा और नाराजगी दिखने लगी थी. सपा नेताओं के डेलिगेशन ने अखिलेश को कार्यकर्ताओं की नाखुशी से अवगत कराया और ये मांग दोहराई कि इस बार के चुनाव में वो खुद उतरें लोकल लेवल पर सपा के कार्यकर्ता तेज प्रताप की उम्मीदवारी पर नाखुशी जताते हुए ये भी तर्क दे रहे थे कि,बड़ी आबादी ने तेजप्रताप का नाम तक नहीं सुना है. कार्यकर्ताओं की मांग पर दोपहर में संकेत देने के बाद शाम को अखिलेश यादव का नाम घोषित कर दिया गया है. बता दे कि अखिलेश यादव आज 12 बजे नामांकन करेंगे. इस दौरान पूरा यादव तबका भी मौजूद रहेगा.
समाजवादी पार्टी खासकर यादव कुनबे का गढ़ रही कन्नौज सीट
बात करें कन्नौज लोकसभा सीट की तो ये सीट समाजवादी पार्टी खासकर यादव कुनबे का गढ़ रही है. इस सीट पर मुलायम सिंह यादव परिवार का लंबे समय तक दबदबा रहा है. इस सीट पर मुलायम सिंह यादव,अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव सांसद भी रह चुकी हैं. कन्नौज लोकसभा सीट साल 1999 से लेकर 2014 तक यादव परिवार के कब्जे में रही है.हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने डिंपल यादव को यहां से हरा दिया था. इस बार भी बीजेपी ने सुब्रत पाठक को मैदान में उतारा है. अब उनका मुकाबला अखिलेश यादव से होगा. सुब्रत पाठक भी आज अपना नामांकन करेंगे.
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