Air Force Chief: भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के नए प्रमुख के रुप में एयर चीफ मार्शल एपी सिंह (Air Chief Marshal AP Singh) ने सोमवार को का पदभार संभाला।इंडियन एयर फोर्स के नए प्रमुख के रुप में पदभार संभालने से पहले एपी सिंह ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अपनी मां पुष्वंत कौर का पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। पदभार संभालने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि,भारतीय वायुसेना आत्मनिर्भरता,परिचालन क्षमताओं और बेहतर प्रशिक्षण की दिशा में काम करेगी उन्होंने कहा उनका लक्ष्य भारतीय वायुसेना को आत्मनिर्भर और सुदृढ़ बनाना है।
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भारतीय वायुसेना के नए चीफ बने एयर मार्शल एपी सिंह
वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने आगे कहा, भारतीय वायुसेना को आगे बढ़ाने के लिए जैसे-जैसे समय गुजरेगा हम स्थिति में बदलाव के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश जारी रखेंगे। स्वदेशी लड़ाकू विमान कार्यक्रमों के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर कहा, मैं तेजस कार्यक्रम के उड़ान परीक्षण के दिनों से ही इससे जुड़ा हुआ हूं यह मेरे दिल के बहुत करीब है। मुझे मालूम है कि,इस एयरक्राफ्ट में क्षमता है मौजूदा स्थिति के हिसाब से यह बहुत उच्च क्षमता वाना विमान है। हमने इस तरह के 200 से ज्यादा विमानों का ऑर्डर दिया है।
1984 में लड़ाकू पायलट के रुप में की करियर की शुरुआत
27 अक्टूबर 1964 को जन्मे एयर मार्शल एपी सिंह ने दिसंबर 1984 में भारतीय वायुसेना में लड़ाकू पायलट के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी।चार दशकों से अधिक की इस सेवा यात्रा में उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभाला है। वह नेशनल डिफेंस एकेडमी, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज और नेशनल डिफेंस कॉलेज के पूर्व छात्र हैं।एयर चीफ मार्शल एपी सिंह एक कुशल उड़ान प्रशिक्षक और प्रायोगिक परीक्षण पायलट भी हैं।उनके पास 5,000 से अधिक घंटों का उड़ान अनुभव है।
तेजस जैसे शक्तिशाली एयरक्राफ्ट को उड़ाने में महारत हासिल
भारतीय वायुसेना में अपनी सेवा देते हुए एपी सिंह ने एक परिचालन लड़ाकू स्क्वाड्रन और वायु बेस की कमान भी संभाल चुके हैं। रूस में MiG-29 अपग्रेड परियोजना प्रबंधन टीम का नेतृत्व करने का भी उनका अनुभव रहा है। एपी सिंह ने नेशनल फ्लाइट टेस्ट सेंटर में प्रोजेक्ट डायरेक्टर (फ्लाइट टेस्ट) के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं जहां उन्हें लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट ‘तेजस’ का उड़ान परीक्षण करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
एयर मार्शल एपी सिंह ने दक्षिण-पश्चिमी वायु कमान में वायु रक्षा कमांडर और पूर्वी वायु कमान में वरिष्ठ वायु स्टाफ अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी कार्य किया है। केंद्रीय वायु कमान के वायु अधिकारी कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में भी उन्होंने उत्कृष्ट सेवा दी। उनकी नेतृत्व क्षमता और तकनीकी विशेषज्ञता के बल पर भारतीय वायुसेना को लगातार मजबूती मिली है। यही कारण है उनके अनुभव और तकनीकी ज्ञान को देखते हुए उन्हें आने वाले समय में भारतीय वायुसेना को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उच्च पद पर नियुक्त किया गया है।