Agra: आगरा (Agra) के थाना खंदौली (Khandauli) क्षेत्र के गांव गुड़ा में मंगलवार को हुए विवाद ने दो भाइयों की जान ले ली, जिससे परिवार में कोहराम मचा हुआ है. तनाव को देखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया है. ग्रामीणों के अनुसार, घटना के वक्त आसपास के खेतों में कोई मौजूद नहीं था. हमलावरों ने कुल्हाड़ी और फावड़े से लगातार 25 मिनट तक हमला किया. जब ग्रामीणों ने चीखपुकार सुनी और इकट्ठा हुए, तब तक आरोपी फरार हो चुके थे. घटना की सूचना पुलिस को दी गई, लेकिन गांव तक पहुंचने में पुलिस को करीब 2 घंटे लग गए.
Read More: Etah: Yeti Narasimhanand के विवादित बयान पर घमासान,विरोध में सड़कों पर उतरे मुस्लिम समाज के लोग
कुल्हाड़ी और फावड़े से किया हमला
बताते चले कि मंगलवार सुबह करीब 9:30 बजे रघुवीर सिंह अपने बेटों अनिल और विनय के साथ ट्रैक्टर लेकर खेत की ओर जा रहे थे. आरोप है कि बेताल और उसके परिवार के लोगों ने रघुवीर से कहा कि वे ट्रैक्टर उनके खेत से न निकालें. इस पर रघुवीर ने दूसरे रास्ते से ट्रैक्टर निकाला और फिर वहीं रुक गए. इसी दौरान रघुवीर और बेताल के बीच विवाद हो गया. इसके बाद बेताल और उसके साथियों ने रघुवीर पर कुल्हाड़ी और फावड़े से ताबड़तोड़ हमला कर दिया. रघुवीर की चीखें सुनकर उनके भाई सत्यपाल, देवानंद और उनकी पत्नी सरोज उन्हें बचाने दौड़े, लेकिन हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया.
हमले के दौरान रघुवीर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सत्यपाल, सरोज और देवानंद गंभीर रूप से घायल हो गए. ग्रामीण जब मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल ले जा रहे थे, तभी रास्ते में सत्यपाल ने भी दम तोड़ दिया। सरोज और देवानंद का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
पुराने विवाद की वजह से हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार, रघुवीर के पिता होती लाल और बेताल के पिता राम सिंह ने झरना नाले के पास गुड़ा में 72 बीघा जमीन खरीदी थी. पिता की मौत के बाद दोनों परिवार उस जमीन की खेती कर रहे थे, लेकिन आधिकारिक रूप से हिस्से नहीं बांटे गए थे। दोनों परिवार आपसी सहमति से अपनी-अपनी खेती करते थे. रघुवीर को अपने खेत पर जाने के लिए बेताल के खेतों से होकर जाना पड़ता था, जिसे लेकर बेताल अक्सर विरोध करता था। इसी विरोध के चलते मंगलवार को हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और रघुवीर तथा सत्यपाल की हत्या हो गई.
पुलिस कार्रवाई और आरोपियों की फरारी
इस जघन्य हत्याकांड के बाद रघुवीर के बेटे अनिल ने पुलिस में बेताल, उसके बेटे सत्यप्रकाश, राहुल, सत्येंद्र, पत्नी किताबश्री, भतीजे कृष्णा और मित्र थान सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. एसीपी एत्मादपुर पियूष कांत राय ने बताया कि सभी आरोपी घरों पर ताला लगाकर फरार हो गए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें गठित की गई हैं और आरोपियों की तलाश जारी है. इस घटना से गांव में भारी तनाव का माहौल है और पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि शांति व्यवस्था कायम रह सके.
Read More: J&K Assembly Results 2024: शुरुआती रुझान में NC गठबंधन को बढ़त, इल्तिजा मुफ्ती ने स्वीकारी हार