Bollywood के दिग्गज डायरेक्टर Boney kapoor के बेटे Arjun Kapoor ने अपने पिता बोनी कपूर और उनकी मां मोना शौरी के तलाक पर की खुलकर बात की है। Arjun यह माना कि….उनके लिए यह कभी भी “अच्छा” या “ठीक है” नहीं था, जब बोनी कपूर ने मोना शौरी को छोड़कर श्रीदेवी से शादी की। अर्जुन ने ये भी कहा कि, यह एक बहुत ही मुश्किल समय था, और वह इस स्थिति को सकारात्मक रूप में नहीं देख सकते थे।अर्जुन कपूर का यह बयान उनके व्यक्तिगत संघर्षों और पारिवारिक संबंधों को समझने का एक प्रयास है। इस बयान में अर्जुन ने अपने बचपन के कठिन समय को याद किया, जब उनके माता-पिता के तलाक और उनके पिता की दूसरी शादी ने उनके जीवन को प्रभावित किया।
बेटे और पिता का रिश्ता नहीं था कुछ खास
अर्जुन का कहना है कि… उनका और उनके पिता का रिश्ता उस समय बहुत सामान्य नहीं था, क्योंकि बोनी कपूर अपने करियर और फिल्म इंडस्ट्री की व्यस्तताओं में पूरी तरह से डूबे हुए थे।हालांकि, अर्जुन ने यह भी बताया कि समय के साथ उन्होंने और उनके पिता ने अपने रिश्ते को सुधारा, और अब वह अधिक समय एक साथ बिताते हैं। इस दौरान अर्जुन ने खुद को जिम्मेदार और परिपक्व बनाने की कोशिश की, ताकि वह अपने पिता से अपना संबंध बनाए रख सकें, भले ही वह उनके निर्णयों से पूरी तरह सहमत नहीं थे।
Read More:Bibek Pangeni कैंसर से जूझते हुए दुनिया को कह गए अलविदा, उनके संघर्ष की कहानी ने लाखों दिलों को छुआ
बोनी कपूर ने मोना को दिया धोखा
Boney kapoor ने साल 1983 में Mona Shourie से पहली शादी की थी। दो साल बाद 1985 में Arjun Kapoor पैदा हुए, जबकि 1990 में बेटी अंशुला (Anshula Kapoor) का जन्म हुआ। 1996 में बोनी कपूर और मोना शौरी का तलाक हो गया। बोनी कपूर ने उसी साल श्रीदेवी (Sridevi) से शादी कर ली। तब अर्जुन कपूर महज 11 साल के थे, जबकि अंशुला 6 साल की। बोनी कपूर ने मोना को धोखा दिया था। अर्जुन कपूर ने पहली बार पिता की दूसरी शादी पर चुप्पी तोड़ी है। अर्जुन कहते हैं कि उस वक्त उनकी फैमिली के साथ जो हुआ या जब बोनी कपून ने उनकी मां को छोड़ा, उसे वह कभी ‘अच्छा’ या ‘ठीक है’ तो नहीं कह सकते।
Read More:Dhirubhai Ambani School Annual Day: बच्चन और खान परिवार के बीच बढ़ रही दरारें? स्कूल समारोह में खुल गया बड़ा राज
जो हो गया वह हो गया- अर्जुन
अर्जुन ने यह स्वीकार किया कि उनका बचपन बहुत ही अलग था, और वह जल्दी परिपक्व हो गए थे। उन्होंने यह भी बताया कि उनके माता-पिता के तलाक के समय, उन्हें यह महसूस हुआ कि उन्हें जिम्मेदार और समझदार होना होगा। अर्जुन ने यह कहा कि उन्होंने फ़िल्मों के जरिए अपने पिता से जुड़ने की कोशिश की और यह सुनिश्चित किया कि वह उनसे कनेक्शन न खोएं। उन्होंने यह भी कहा कि भले ही वह अपने माता-पिता के फैसलों से पूरी तरह सहमत नहीं थे, लेकिन उन्होंने जल्दी ही इसे समझ लिया और इसे तर्कसंगत बना लिया। ने अंत में कहा कि, “जो हो गया वह हो गया, और मैं इसे स्वीकार करता हूँ,” इस प्रकार उन्होंने अपने संघर्षों और अनुभवों को साझा किया।