लखनऊ संवाददाता: MOHD KALEEM
Lucknow : बलरामपुर अस्पताल में पैथालॉजी विभाग की आरडीसी यूनिट में तैनात रही महिला कर्मचारी के साथ अभद्रता की गई थी। अस्पताल के अफसर आरोपी को बचाने में जुट गए। मामला जब उछला तो जांच कर रही कमेटी के सदस्यों ने उसे अस्पताल बयान दर्ज कराने के लिए बुला लिया। उस दिन ड्यूटी पर रहे दूसरे कर्मचारियों से भी टीम को कुछ अहम जानकारियां हासिल हुई हैं। वहीं, इस मामले में मुख्य आरोपी एलटी ने शुक्रवार को टीम को बाद में बयान देने की बात कहकर नोटिस ले लिया है।
आरोपी को बचाने में जुटे रहे अफसर
बलरामपुर अस्पताल की आरडीसी में तैनात एक महिला कर्मचारी ने उसी जगह तैनात स्थायी एलटी व एक अन्य कर्मचारी के खिलाफ मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए। इसमें एक सर्जन, मैटर्न व अन्य हैं। जांच टीम ने अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचकर पीडि़ता और घटना के समय मौजूद दूसरे कर्मचारियों से जानकारी जुटाई है। दूसरे कर्मचारियों ने स्थायी एलटी की कई अन्य करतूतों का पिटारा जांच टीम के सामने खोल दिया। वहीं, एलटी ने कमेटी से कहा कि उसे आज ही नोटिस मिला है।
वह बाद में बयान देगा।बताया जा रहा है कि आरोपी एलटी की अस्पताल के अफसरों के साथ साठगांठ है। यही वजह है कि उसको बार-बार मौका दिया जा रहा है। जांच शुरू होने के आदेश के बाद ही बलरामपुर अस्पताल के अफसरों ने निजी आउटसोर्स कंपनी से साठगांठ कर पीडि़त महिला कर्मचारी को नौकरी से हटा दिया है।
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डीएनबी टीम ने किया निरीक्षण
बलरामपुर अस्पताल में डीएनबी टीम ने शुक्रवार को निरीक्षण किया। अस्पताल के विभिन्न विभागों में डीएनबी के करीब 46 छात्र हैं। डीएनबी कोर्स करने वाले डॉक्टर अपनी थीसिस तैयार करते हैं। थीसिस मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ रिसर्च दिल्ली को भेजी जाती थी।
डीएनबी टीम में दिल्ली से आए सदस्य ने बलरामपुर के डीएनबी हेड डॉ. हिमांशु प्रताप सिंह के साथ अस्पताल के सभी विभागों, वार्डों का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने ओटी ऑपरेशन की संख्या, ऑक्सीजन प्लांट आदि जगह दौरे के बाद संतुष्टि जताई। बलरामपुर में करीब पांच साल से ईएनटी आर्थो, पीडियाट्रिक, टीबी एंड चेस्ट समेत दूसरे विभागों में डीएनबी कोर्स का संचालन हो रहा है।