बिहार- शिव कुमार
सहरसा: शिव शिष्य हरीन्द्रानन्द फाउंडेशन के तत्वावधान में रविवार को पटेल मैदान में विराट शिव गुरु महोत्सव का आयोजन किया गया। इस महोत्सव में राज्य के विभिन्न जिलों सहित नेपाल से भी भारी संख्या शिव शिष्य गुरु भाई बहन मौजूद रहे। जिसके कारण पुरा पटेल मैदान सहित सभी चौक चौराहे पर लोगो की भारी भीड़ देखी गई। वही सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थें।
वही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित अन्य संगठन के स्वयंसेवक लोगों की सेवा में लगे रहे।इस अवसर पर शिव भजन,सत्संग व प्रवचन का भी आयोजन हुआ।विराट शिव गुरु महोत्सव के मुख्य अतिथि सह शिव शिष्य हरीन्द्रानन्द फाउंडेशन के अध्यक्षा शिव शिष्या बरखा आनन्द ने विशाल जनसभा को सम्बोधित करते कहा कि भगवान शिव की शिष्यता ग्रहण करने के वाद लोगों के जीवन में पहले से बेहत्तर परिणाम और संसारिक समस्याएं धीरे धीरे खत्म हो रही है।
विराट शिव गुरु महोत्सव
उन्होंने कहा कि भगवान शिव अपने शिष्य को अपने जैसा बनाते है क्योकि गुरु का काम ही है शिष्य के स्तर पर उतरकर उनके ज्ञान का परिमार्जन करना। उन्होंने कही कि साधु का संगत, शिक्षकों का सानिध्य, चोर का सम्पर्क अगर अपना छाप छोड़ सकता है तो भगवान शिव के शिष्य क्यो नही शिव जैसा हो सकता। विराट शिव गुरु महोत्सव में हमारे गुरु शिव-एक अनुभुति बिषय पर अर्चित आनन्द नें कहां की शिव चर्चा में भाग लेने वाले लोगों का गुरु शिव चेतना का परिवारजन करते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान शिव अपने शिष्य को अपने जैसा बनाते है क्योकि गुरु का काम ही है शिष्य के स्तर पर उतरकर उनके ज्ञान का परिमार्जन करना। उन्होंने कही कि साधु का संगत, शिक्षकों का सानिध्य,चोर का सम्पर्क अगर अपना छाप छोड़ सकता है तो भगवान शिव के शिष्य क्यो नही शिव जैसा हो सकता। विराट शिव गुरु महोत्सव में हमारे गुरु शिव-एक अनुभुति बिषय पर अर्चित आनन्द नें कहां की शिव चर्चा में भाग लेने वाले लोगों का गुरु शिव चेतना का परिवारजन करते हैं।
शिव की शिष्यता आध्यात्मिक यात्रा सरल बनाती
इसीलिए गुरु शिव को चिकित्सक भी कहा गया है। उन्होंने कहा कि मानव मन हमेशा संसार की ओर चलता है जबकि मनुष्य की चाहत होती है इस सूर्य शक्ति से युक्त होकर अपने संसार को भी ठीक करूं और अपने सांसारिक जीवन में यथार्थ में ईश्वर की अनुभूति को प्राप्त कर जीवन को सही तरीका से जीकर निकल जाऊ। वही प्रो. रामेश्वर मंडल, शिव कुमार विश्वकर्मा, कन्हैया सिंह, सोमेन्द्र कुमार झा, डोमी राम, परमेश्वर राय, ने अपने वकतव्य में कहा कि भगवान शिव की शिष्यता आध्यात्मिक यात्रा को सरल बनाता है।
विराट शिव गुरु महोत्सव के प्रथम सत्र का संचालन जटाशंकर ठाकुर ने किया तो भजन कार्यक्रम में गायक चन्दन जी, गुड्ड जी, शंकर जी, पायल और धुंधरु के स्वर में गाई गई भजन को लोगो ने सराहा।