लखनऊ संवाददाता : बृजेंद्र कुमार
लखनऊ : लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी तहसील बख्शी का तालाब थाना इटौंजा क्षेत्र अंतर्गत लखनऊ इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में भारत सद्भभावना आस्था और संस्कृति का देश है यहां प्रकृति के कण-कण में ईश्वर का वास माना जाता है और कहते हैं कि प्रेम के वशीभूत भक्त और भगवान में कोई अंतर नहीं रह जाता है।
कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला लखनऊ इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में जहां एक अभिभावक धर्मेंद्र सिंह ने कान्हा जी की भक्ति प्रेरणा विश्वास एवं प्रेम भाव से प्रेरित होकर अपने लड्डू गोपाल भगवान श्री कृष्ण का एडमिशन लखनऊ इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में कराया है।
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प्रधानाचार्य मांडवी त्रिपाठी ने कही ये बात
इस अद्ववितीय छड़ में इस्कॉन मंदिर प्रमुख अप्रिमय श्याम दास जी राशि प्रकाश शास्त्री दीपांकर शास्त्री एवं विद्यालय प्रबंधक समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहे इस अद्भुभुत पहल पर विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती मांडवी त्रिपाठी ने कहा कि, यह प्रेम भक्ति और विश्वास की भावना है और इसका सम्मान करते हुए कान्हा जी की फीस को विद्यालय द्वारा एक जरूरतमंद और मेधावी छात्र के भविष्य हेतु दान किया जाएगा इस मौके पर क्षेत्र के सम्राट व्यक्ति भी मौजूद रहे उसरना प्रधान प्रतिनिधि चंद्रिका सिंह जिला पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगदीश यादव संतोष मिश्रा वीरपाल यादव प्रधान बगहा प्रधान प्रतिनिधि अन्य संभ्रांत व्यक्ति भी मौजूद रहे।
इससे पहले बिजनौर में लड्डू गोपाल का हुआ था एडमिशन
लखनऊ से पहले एक ऐसा ही मामला बिजनौर से सामने आया था, जहां एक परिवार ने लड्डू गोपाल का एडमिशन स्कूल ने कराया था । इसके बाद रोजाना लड्डू गोपाल स्कूल लाया जाता है और लड्डू गोपाल को नर्सरी कक्षा में बच्चों के साथ बैठाया जाता है । इतना ही नहीं लड्डू गोपाल का एडमिशन कराने वाली फैमिली हर माह लड्डू गोपाल की फीस भी भरती है ।
ये मामला बिजनौर में बरुकी के पास स्थित सिकेड़ा का बताया जाता है । यहां के सिकेड़ा के रहने वाले संदीप डबास का विवाह नौ साल पहले हुआ था। कोई बच्चे न होने की वजह से उन्होने 18 नवंबर 2019 को वृंदावन से लड्डू गोपाल को लेकर आए थे और तब से वह अपने पुत्र की भांति उनका पालन पोषण करते है ।
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18 नवंबर को मनाते है जन्मदिन
लड्डू गोपाल का एडमिशन कराने वाले संदीप बताते है कि, उनके दिन की शुरुआत लड्डू गोपाल को घंटी की ध्वनि बजाकर उठाने से होती है। उसके बाद उन्हें पंचामृत से स्नान कराया जाता है। उस स्नान वाले जल से ही घर में चाय बनाई जाती है। उनकी पत्नी शीतल देवी पूरा दिन लड्डू गोपाल का पालन पोषण अपने पुत्र की तरह कर रही हैं। लड्डू गोपाल का प्रत्येक 18 नवंबर को जन्मदिन मनाया जाता है।