गोण्डा संवाददाता- भूपेंद्र तिवारी
गोण्डा: योगी सरकार द्वारा हर सम्भव अपराध को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है पर कही न कही कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से दबंगो के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं जिसका जीगाता जागता उदाहरण हैं देवरिया में हुये खूनी संघर्ष का जहाँ स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते बड़ी घटना हो गयी, ऐसा ही एक मामला जनपद गोण्डा के तहसील करनैलगंज क्षेत्र के भटनइया गाँव से प्रकाश में आया है।
10 फिट ऊँची पक्की दीवार जेसीबी से गिरा दी…
जहाँ के निवासी सुरेश चन्द्र पुत्र भवानी प्रसाद की 10 फिट ऊँची पक्की दीवार शनिवार देर रात्रि जेसीबी से गिरा दी गयी। पीड़ित द्वारा बताया गया कि रास्ते को लेकर गाँव के कुछ दबंग लोगो से विवाद था जिसकी शिकायत पर राजस्व व पुलिस टीम द्वारा पैमाइस कर मेरी पुस्तैनी जमीन को सुरक्षित किया गया था,जिसपर दीवार खड़ी कर पीड़ित अपना मकान बनाने की तैयारियों में लगा था।
पुस्तैनी जमीन पर रास्ते की माँग कर रहे…
जिसको कूटरचित तरीके से दबंगो ने स्थानीय प्रशासन से मिलकर पक्की दीवार गिरवा दिया,जबकि पूर्व से चले आ रहे रास्ते पर विपक्षियों द्वारा कब्जाकर बन्द कर दिया गया है,जबरदस्ती मेरी पुस्तैनी जमीन पर रास्ते की माँग कर रहे हैं। दबंगो द्वारा राजनीतिक दबाव व स्थानीय प्रशासन को गुमराह कर बिना किसी आदेश के पक्की दीवार गिरा दिया। ये मामला उस समय किया गया जब घर पर सिर्फ बच्चें और महिलाये मौजूद थे।
भष्टाचार की बू आती नजर…
शनिवार देर रात्रि जेसीबी लेकर कुछ पुलिस कर्मी व अन्य लोग आए और जेसीबी से दीवार गिराकर चले गये। ऐसे में कही न कही स्थानीय प्रशासन के कार्यशैली से भष्टाचार की बू आती नजर आ रही हैं। पीड़ित ने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा पैमाइस कर रिपोर्ट लगा दिया गया था तो उसके बाद मेरी दीवार क्यो गिराई गयी,जिसको लेकर उच्चाधिकारियों सहित न्यायालय में शिकायत की जायेगी।