MOHD KALEEM JOURNALIST
लखनऊ। बीकेटी में मां की गाली देने पर मौसेरे भाई राम प्रसाद गौतम (35) को लकड़ी के पटरे से दौड़ा दौड़ाकर पीटकर हत्या करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी संजय गौतम हत्या के बाद बिहार अपने ससुराल भागने के तैयारी में था। इधर, बुधवार तड़के नन्दना क्रासिंग के पास पुलिस को देखकर आरोपी संजय हड़बड़ाकर बाइक छोड़कर भागने लगा। जिसे पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ शुरू की तो संजय ने हत्या की बात कबूली। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल पटरा भी बरामद कर लिया है।
पुलिस को आरोपी संजय ने बताया कि सोमवार को मां का देहांत हो गया था। मंगलवार को अंतिम संस्कार करने के बाद वह घर पहुंचा तो उसके मौसेर भाई राम प्रसाद गौतम ने उसे मां की गाली दे दी। इतने में वह गुस्सा हो गया। फिर राम प्रसाद को लकड़ी के पटरे से पीट-पीटकर घायल कर दिया। इसके बाद परिजन उसे साढामऊ स्थित रामसागर मिश्र सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय लेकर गए। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वारदात के समय दोनों ही शराब के नशे में थे।
चंदाकोडर ग्राम पंचायत के मजरा विजयपुर गांव में राम प्रसाद गौतम राजगीर (मिस्त्री) का काम करता था। उसी गांव में ही मौसेरा भाई संजय गौतम मजदूरी का काम करता है। पुलिस के मुताबिक बुधवार सुबह हत्या की सूचना मिली। इसके बाद घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। आरोपी को नन्दना क्रासिंग के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। वह अपने ससुराल बिहार भागने की फिराक में था।
आरोपी संजय गौतम ने बताया कि सोमवार को उसकी माता सरजू देवी की लोहिया अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। दाह संस्कार के बाद घर पर आए। इसके बाद रात में शराब पीने लगे। उसी दौरान राम प्रसाद ने मां की गाली दे दी। पहले तो उसे मना किया। पर वह मान नहीं रहा था। दोस्ती यारी में गाली दिए जा रहा था। इसके बाद लकड़ी के पटरे से उसे जमकर पीटा। वह जब घायल होकर जमीन पर गिर गया तो वहां से भाग निकला।
मृतक के भाई शिवराज गौतम ने बताया कि दोनों छत पर बैठक शराब पी रहे थे। चीखने की आवाज आई तो जाकर देखा। भाई राम प्रसाद लहुलूहान अवस्था में जमीन पर गिरे पड़े थे। आस पास चारों तरफ खून ही खून फैला था। उनके साथ बैठा संजय गौतम मौके से फरार था। भाई को अस्पताल लेकर गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक, संजय गौतम ने 2017 में इटौंजा निवासी रिश्ते में भाई लगने वाले की हत्या कर दी थी। इस मामले में वह तीन साल तक जेल में बंद रहा। उसे छुड़वाने के लिए मां ने अपनी जमीन तक बेच डाली थी। संजय ने अपने पिता की कई साल पहले हत्या की थी। इस मामले को दबा दिया गया था
।
राम प्रसाद की भांजी सीमा गौतम ने बताया कि संजय गौतम, रामविलास गौतम और राधे गौतम भाई हैं। लेकिन संजय की प्रवृत्ति को लेकर वह लोग यहां नहीं रहते हैं। सीमा ने बताया कि संजय अपने घर पर किसी की हकदारी ना मांगने के चलते अपनी तीनों बहनों-भाइयों पर सुबह से ही गाली गलौज कर रहा था। इसको लेकर राम प्रसाद ने विरोध किया था। इस बात का गुस्सा उसके अंदर था।