लखनऊ संवाददाता : सुहानी सिंह
लखनऊ : मणिपुर में पिछले दो महीने से जारी हिंसा को लेकर संसद के मानसून सत्र में हंगामा लगातार जारी है. विपक्षी सांसद लगातार सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. इसी बीच सोमवार 24 जुलाई को आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को सत्र में राज्यसभा की पूरी कार्यवाही के लिए निलंबित कर दिया गया. जिसके खिलाफ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आम आदमी पार्टी की छात्र विंग के 13 पदाधिकारियों ने मोदी सरकार की अर्थी निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया।
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प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे छात्र विंग (छात्र युवा संघर्ष समिति) के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे ने कहा कि मोदी सरकार ने हिटलरशाही के रवैया अपनाते हुए सांसद संजय सिंह को सदन से पूरे मानसून सत्र से निलंबित किया हैं जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि संसद में शायद ही कभी ऐसा हुआ होगा जहां देश के एक बेहद ज्वलंत मुद्दे पर सवाल करने के लिए किसी राज्यसभा सांसद को निलंबित किया गया।
मोदी सरकार की कायरतापूर्ण कार्यवाही : वंशराज दुबे
बता दे कि वंशराज दुबे समेत कुल 13 कार्यकर्ता मोदी सरकार की अर्थी लेकर गोमती नगर स्थित आम आदमी पार्टी कार्यालय से भैसाकुण्ड दाहसंस्कार के लिए जा रहे थे जहाँ रास्ते में सभी को पुलिस प्रशासन ने रोक कर गिरफ्तार करके गोमती नगर थाने में ले गई जहाँ देर शाम उन्हें रिहा कर दिया गया। हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं में छात्र विंग प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे, अनीत रावत, अभिषेक सिंह, सौरभ पांडेय, सूरज दीक्षित, वारिश, अर्पण, अर्पित वर्मा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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जानिए क्या है मुद्दा ?
बता दे कि AAP सांसद संजय सिंह को राज्यसभा में हंगामा और आसन के निर्देशों का उल्लंघन करने को लेकर वर्तमान मानसून सत्र की बाकी अवधि तक के लिए निलंबित कर दिया गया. सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रश्नकाल में सिंह को निलंबित करने की घोषणा की. कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अन्य घटक दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में बयान देने और चर्चा की मांग कर रहे हैं.