AAP सांसद राघव चड्ढा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बता दे कि राघव चड्ढा को सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर के आरोप में राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। वही अमित शाह ने चड्ढा के खिलाफ विशेषाधिकार कार्यवाही की मांग की।
Fraud Signature Row: आप के सांसद राघव चड्ढा को ‘धोखाधड़ी’ की शिकायतों के बाद ‘विशेषाधिकार के उल्लंघन’ के लिए शुक्रवार को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। बता दे कि राघव चड्ढा पर कई सांसदों ने फर्जी हस्ताक्षर का आरोप लगाया था। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इस बारे में घोषणा करते हुए कहा कि मैं राघव चड्ढा को परिषद की सेवा से तब तक निलंबित करता हूं जब तक परिषद को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट नहीं मिल जाती।
क्या है राघव चड्ढा पर आरोप?
दरअसल राज्यसभा में जिस दिन दिल्ली सेवा विधायक पर वोटिंग हुई थी, उसी दिन 5 सांसदों ने दावा किया था कि दिल्ली सेवा विधेयक को उनकी सहमति के बिना सेलेक्ट कमेटी को भेजने के प्रस्ताव पर उनके नामों को मेंशन किया गया था। सभी सांसदों ने कहा था कि उन्होंने कोई हस्ताक्षर नहीं किया है, लेकिन उस पर उनके हस्ताक्षर मौजूद थे। सांसदों ने कहा था कि सेलेक्ट कमेटी को भेजने का प्रस्ताव राघव चड्ढा ने दिया था। इन सभी सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले में जांच की मांग की थी।
आम आदमी पार्टी ने किया पलटवार…
पार्टी ने कहा कि उक्त निलंबन कल राघव की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कथित उल्लंघन मामले में अपना बचाव करने के कारण किया गया है। पीयूष गोयल के निलंबन प्रस्ताव या विशेषाधिकार समिति की ओर से दिए गए नोटिस में कहीं भी जालसाजी या नकली, हस्ताक्षर, फर्जीवाड़ा आदि शब्दों का उल्लेख नहीं है. इसमें इस आशय का दूर-दूर तक कोई आरोप नहीं है।
राघव चड्ढा ने आरोपों को बताया झूठा…
इस मुद्दे को लेकर राघव चड्ढा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने कहा था कि यह सभी आरोप झूठे हैं। हम विशेषाधिकार समित द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब देंगे। आपको बता दें कि राघव चड्ढा ने कहा था कि बीजेपी उनकी छवि को नुकसान पहुंचाना चाहती है और वह भाजपा के हाथकंडे का खुलासा करेंगे। वहीं इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि भाजपा युवा सांसद राघव चड्ढा की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए साजिश के तहत आरोप लगा रही है।
संजय सिंह भी चल रहे निलंबित…
आम आदमी पार्टी के अन्य सांसद संजय सिंह पहले ही राज्यसभा से निलंबित चल रहे हैं। राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें पूरे सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया था। दरअसल मणिपुर की घटना पर प्रधानमंत्री मोदी के संसद में बयान देने की मांग को लेकर विपक्ष ने मानसून सत्र के दौरान जमकर हंगामा किया। इसी मुद्दे पर आप सांसद संजय सिंह हंगामे करते हुए सभापति की कुर्सी तक आ गए। सभापति ने जब उन्हें वापस जाने को कहा तो वह नहीं माने। सदन में अमर्यादित व्यवहार के चलते केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने संजय सिंह के निलंबन का प्रस्ताव रखा, जो ध्वनिमत से पास हो गया।